कौन है सुरेखा यादव बानी एशिया की पहली महिला लोको पायलट, वंदे भारत एक्सप्रेस का किया संचालन
सुरेखा यादव… ये वो नाम है जिसकी चर्चा लोग इनदिनों कर रहे हैं. दरअसल, एशिया की पहली महिला लोको पायलट सुरेखा यादव के नाम एक और उपलब्धि जुड़ चुकी है क्योंकि वह हाल में शुरू हुई सेमी-हाई स्पीड ‘वंदे भारत एक्सप्रेस’ ट्रेन का संचालन करने वाली पहली महिला बन गयी हैं. मध्य रेलवे की ओर से यह जानकारी दी गयी है. उन्होंने सोमवार को सोलापुर स्टेशन और मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस के बीच इस सेमी-हाई स्पीड ट्रेन का संचालन किया.
मध्य रेलवे की ओर से इस बाबत एक विज्ञप्ति जारी किया गया है जिसके अनुसार, ट्रेन 13 मार्च को निर्धारित समय पर सोलापुर स्टेशन से रवाना हुई और आगमन के निर्धारित समय से पांच मिनट पहले सीएसएमटी स्टेशन पहुंची. विज्ञप्ति में कहा गया है कि 450 किलोमीटर की यात्रा पूरी करने पर यादव को सीएसएमटी स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या आठ पर सम्मानित किया गया..
कौन है सुरेखा यादव…
एशिया की पहली महिला रेल पायलट सुरेखा यादव का जन्म महाराष्ट्र में 2 सितंबर 1965 को हुआ था. उन्होंने राज्य के सतारा में स्थित सेंट पॉल कॉन्वेंट हाई स्कूल से अपनी शुरुआती शिक्षा हासिल की। आगे की पढ़ाई के लिए सुरेखा ने वोकेशनल ट्रेनिंग कोर्स किया और बाद में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा हासिल किया.
सुरेखा की रेलवे में नौकरी…
टेक्निकल बैकग्राउंड और ट्रेनों को लेकर सुरेखा को बचपन से लगाव था. उन्होंने पायलट के लिए फॉर्म भर दिया. साल 1986 में उनकी लिखित परीक्षा हुई, जिस में पास होने के बाद इंटरव्यू भी क्लियर कर लिया. बाद में सुरेखा कल्याण ट्रेनिंग स्कूल में सहायक चालक के तौर पर नियुक्त हुईं. ट्रेनिंग पूरी होने के बाद 1989 में सुरेखा यादव नियमित सहायक ड्राइवर के पद पर प्रमोट हो गईं.
सुरेखा यादव का करियर…
सुरेखा ने सबसे पहले मालगाड़ी के ड्राइवर के तौर पर करियर की शुरुआत की. धीरे धीरे उनकी ड्राइविंग स्किल्स बेहतर होती गई. साल 2000 में मोटर महिला के पद पर उनका प्रमोशन हुआ. उसके बाद साल 2011 में सुरेखा एक्सप्रेस मेल की पायलट बनीं. इसी के साथ महिला दिवस के मौके पर सुरेखा यादव को एशिया की पहली महिला ट्रेन ड्राइवर होने का खिताब हासिल हुआ.
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