कहां है देश का सबसे चौड़ा एक्सप्रेसवे? जानें और क्या है खास
भारत में इस समय एक्सप्रेसवे बनाने का काम काफी तेजी से चल रहा है। इस समय देश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे दिल्ली- मुंबई के बीच में तैयार किया जा रहा है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा की भारत का सबसे चौड़ा एक्सप्रेसवे कहां है। देश का सबसे चौड़ा एक्सप्रेसवे होने का रिकॉर्ड दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के नाम है। इसमें कुल 14 लेन है। इसकी 6 एक्सप्रेस लेन हैं जो मध्य में हैं और उसके दोनों और 4-4 लोकल लेन हैं जिसका काम स्थानीय ट्रैफिक को संभालना है.
2006 की कैबिनेट ने राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना-VI के इस प्रॉजेक्ट को मंजूरी दी थी। प्रॉजेक्ट चार और छह-लेन एक्सप्रेसवे का था। इसकी लंबाई 1,000 किलोमीटर थी। आज यह एक्सप्रेसवे 14 लेन का है। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने ट्वीट किया, ‘दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे अब पूरा हो गया है और यातायात के लिए खुल गया है। हमने दिल्ली और मेरठ के बीच यात्रा के समय को 2.5 घंटे से घटाकर 45 मिनट करने के अपने वादे को पूरा किया है।
क्या हैं इसकी खासियतें…
यह एक्सप्रेसवे पर कोई सिग्नल नहीं है. इसके दोनों और वर्टिकल गार्डन विकसित किए गए हैं. इस पर कुतुब मीनार और अशोक स्तंभ के स्मारक चिह्न लगे हैं. इस पर साइकल लेकर भी चला जा सकता है क्योंकि दोनों और 2.5 मीटर के साइकल ट्रैक दिए गए हैं. इस एक्सप्रेसवे पर लगाई गई लाइटें सोलर एनर्जी से रोशन होती है इससे बिजली की काफी बचत होती है. इस पर 10 आपातकालीन कॉल बूथ लगाए गए हैं और कंट्रोल रूम को संदेश मिलने के 10 मिनट के अंदर पहुंच जाएगी.
एक्सप्रेसवे पर 24 छोटे-बड़े पुल, 10 फ्लाईओवर, 3 रेलवे पुल, 95 अंडरपा, और 15 भूमिगत पैदल पार पथ हैं. इसे सीसीटीवी कैमरे से लैस किया गया है. शहरे के बीच से गुजरने के कारण इस पर रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था के लिए 4500 लाइटें लागई गई हैं. यह देश का पहला हाईवे या एक्सप्रेसवे है जिस पर ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रीडर तकनीक का इस्तेमाल किया गया है. यानी यहां टोल शुल्क देने के लिए गाड़ियों को रुकने की जरूरत नहीं है.
4 चरणों में हुई निर्माण…
8346 करोड़ की लगत से बने इस एक्सप्रेसवे को चार चरणों में बनाया गया। जिसकी कुल लंबाई 82 किलोमीटर है. इसमें से 60 किलोमीटर एक्सप्रेसवे और 20 किलोमीटर हाईवे है। इसका पहला चरण निजामुद्दीन से यूपी गेट, दूसरा चरण, यूपी गेट से डासना, तीसरा चरण डासना से हापुड़ और चौथा चरण डासना से मेरठ तक है।
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