क्या है H3N2 फ्लू ? कितना है खतरनाक, जानें इस वायरस की पूरी कुंडली
यह एक प्रकार का इन्फ्लूएंजा वायरस है, जो हवा से फेलता है और मनुष्य और जीवों में सास रोग का कारण बनता है। ये इन्फ्लूएंजा वायरस का एक सामान्य सा प्रकार है और इससे कई बार फ्लू की बिमारियां फेल चुकी हैं। तो आइये जानते है की यह H3N2 वायरस क्या है और इसकी फुल फॉर्म क्या है साथ ही इससे जुड़ा इतिहास के बारे में भी हम आपको बताएंगे।
H3N2 का इतिहास…
H3N2 को 1968 में हांगकांग में पहचान गया था, इसके बाद से ये इन्फ्लूएंजा वायरस के सबसे आम प्रकार में से एक बन गया है। इन सालो में H3N2 कई बार फैला और बहुत सारे लोगों को बीमार किया । 1968-1969 के समय में एक पेडेमिक के रूप में फेलने से पूरी दुनिया में एक मिलियन से अधिक लोगों की मौत हो गई थी।
H3N2 के लक्षण…
H3N2 के लक्षण दूसरे इन्फ्लूएंजा वायरस के लक्षणों से मिलने जुलते होते हैं। इसमें बुखार, खांसी, गाला दर्द, शरीर दर्द, थकान , और नाक से पानी आना फिर बंद होना जैसे लक्षण शामिल होते हैं। कुछ मामलों में, H3N2 से प्रभावित लोगों को उल्टी और दस्त जैसे लक्षण भी हो सकते हैं।
H3N2 का इलाज…
H3N2 का इलाज दूसरे इन्फ्लूएंजा वायरस के इलाज की तरह ही होता है। आम तौर पर ये इलाज आराम, तरल पदार्थों की अधिक मात्रा लेना, और बीमारी के लक्षणों जैसे बुखार और खाँसी को कम करने के लिए over-the-counter दवाओं से होता है। कुछ मामलों में, बीमारी के गंभीर होने पर एंटीवायरल दवाइयां भी दी जाती हैं जैसे लक्षणों की गंभीरता और समय की अवधि कम हो सकती है।
H3N2 से बचाव…
H3N2 और दूसरे इन्फ्लूएंजा वायरस से बचे रहने का सबसे अच्छा तारिका हर साल वैक्सीन ले। Flu vaccine फ्लू सीज़न के दौरन फेलने वाले वायरस के प्रकार से सुरक्षा प्रदान करता है। दूसरे तारिकों में हाथ धोना, बीमारी से घिरे हुए लोगो से दूर रहना, और खांसी या छूने पर मुह और नाक ढकना शामिल है। H3N2 एक प्रकार का इन्फ्लुएंजा वायरस है जो कई बार फ्लू के फैलने का कारण बन चुका है। H3N2 और दूसरे इन्फ्लूएंजा वायरस से बचाव के लिए हर साल वैक्सीन लेना बहुत जरूरी है। अगर आप H3N2 से प्रभावित होते हैं, तो आराम करें, तरल पदार्थों का सेवन करें और समस्या गंभीर है या फिर आप गंभीर संक्रमण सग्रसित हैं, तो चिकित्सा से परामर्श लें।
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