क्या हैं एमाइलॉयडोसिस बीमारी, जिससे हुई थी परवेज मुशर्रफ की मौत
पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ की दुबई में इलाज के दौरान 5 फरवरी को 79 साल की उम्र में निधन हो गया है. वह पिछले कई सालों से दुबई में रह रहे थे. वह काफी लंबे समय से एमाइलॉयडोसिस नमक बीमारी से लड़ रहे थे. अपने आखरी समय में वह न कुछ बोल पा रहे थे न ही हिल पा रहे थे. दरअसल इस बीमारी में मरीज के सरे अंग एक-एक करके काम करना बंद कर देते हैं अंततः जिसके बाद मरीज की मौत हो जाती है, तो आज हम आपको इसी बीमारी से अवगत कराएंगे की, एमाइलॉयडोसिस बीमारी क्या है? इसके लक्षण और बचाव क्या हैं? इस बीमारी का इलाज क्या है?
क्या हैं एमाइलॉयडोसिस…
-एमाइलॉयडोसिस एक गंभीर और दुर्लभ बीमारी है, जिससे शरीर में प्रोटीन जमा होने लगता है. स्टडीज और रिसर्च के अनुसार, अमाइलॉइड प्रोटीन आमतौर पर सामान्य व्यक्तियों के शरीर में नहीं पाया जाता है. लेकिन इसे कई अलग-अलग तरह के प्रोटीन को मिला कर बनाया जा सकता है. अमाइलॉइड असामान्य प्रोटीन है, यह आमतौर पर बोन मेरो में बनता है. इस प्रोटीन को किसी भी टिशूज या अंग में जमा किया जा सकता है. इस बीमारी में मरीज के शरीर का एक या एक से अधिक अंग काम करना बंद कर देते हैं, जिस वजह से रोगी का शरीर काम करना बंद कर देता है.
कैसे करे मरीज इसकी पहचान…
एमाइलॉयडोसिस बीमारी के वैसे कुछ खास लक्षण तो नहीं हैं, लेकिन आपकी आखों के पास आपको कभी बैंगनी निशान नजर आये तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श करें, उसके आलावा भी अगर बिना मेहनत के थकान, कमजोरी और वजन का असामान्य तरीके से गिरना व जीभ का रंग और किनारों से खुरदरा होना भी इसके सामान्य लक्षण हैं. पीठ के बल सीधे लेटने से सांस लेने में दिक्कत होना, हाथ या पैर में सुन्न होने के साथ दर्द होना, घुटनों व पैरों में सूजन होने पर भी डॉक्टर से एमाइलॉयोसिस की जांच कराई जा सकती है. इसके अलावा स्किन का मोटा होना और बार-बार खरोंच के निशान आना भी इसके लक्षण हैं. ये सभी लक्षण दूसरी बीमारियों में भी नजर आते हैं. ऐसे में सिर्फ इन लक्षणों को देखकर ये तय कर लेना गलत होगा कि रोगी को एमाइलॉयडोसिस है. इसके लिए डॉक्टर की सलाह अनिवार्य रूप से ली जानी चाहिए.
एमाइलॉयडोसिस बीमारी के कारण…
-एमाइलॉयडोसिस रोग शरीर में एमाइलॉइड प्रोटीन के जमा होने के कारण शुरू होता है. यह प्रोटीन हमारे शरीर में पहले से मौजूद नहीं होता है. ये अलग-अलग प्रोटीन के मिलने पर बन सकता है. वैसे कुछ लोगों में एमाइलॉयडोसिस का कारण लंबे समय तक डायलिसिस, सूजन से जुड़ी बीमारियां भी हो सकती हैं. एमाइलॉयडोसिस दुर्लभ और कम लोगों में देखी जाने वाली बीमारी है इसलिए इसके बारे में अभी भी ज्यादा जानकारी उपलब्ध नहीं है. इस बीमारी को लेकर दुनिया भर के वैज्ञानिक अभी भी रिसर्च कर रहे हैं.
एमाइलॉयडोसिस का इलाज…
एमाइलॉयडोसिस बीमारी के लक्षण नजर आने पर डॉक्टर से तुरंत संपर्क करना चाहिए. डॉक्टर मरीज की स्थिति के अनुसार जांच और फिर इलाज शुरू करते हैं. इस बीमारी में मरीज का इलाज उसके शरीर में बीमारी के प्रभाव के आधार पर होता है.
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