यूपी के इस गांव में खुला वेदर स्टेशन, यहां स्कूली बच्चे बताएंगे मौसम का हाल

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उत्तर प्रदेश के हसुड़ी गांव में अब परिषदीय स्कूल के बच्चे वेदर स्टेशन चलाएंगे। इस गांव में प्रदेश का पहला मौसम विज्ञान केंद्र स्थापित किया जाएगा। जिसके बाद इस गांव में पहले ही मौसम की सटीक जानकारी मिल जाएगी, जो ग्रामीणों को कृषि में सहायक बनेगी। हसुड़ी गांव में ये सब व्योमिका स्पेस प्राइवेट लिमिटेड की मदद से होने जा रहा है। गांव में ये संस्था स्कूली बच्चों को प्रशिक्षण देगी।

व्योमिका स्पेस खोलेगी वेदर स्टेशन

बता दें,भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) की सहयोगी संस्था व्योमिका स्पेस प्राइवेट लिमिटेड यूपी के हसुड़ी गांव में क्रांति लाने की पहल कर रही है। व्योमिका स्पेस ने भनवापुर विकास खंड की ग्राम पंचायत हसुड़ी औसानपुर के पूर्व माध्यमिक विद्यालय में अंतरिक्ष प्रयोगशाला स्थापित की है। इस गांव में यह प्रयोगशाला स्थापित होने के बाद बच्चों की विज्ञान के प्रति दिलचस्पी बढ़ती देखी गई है। इस प्रयोगशाला में व्योमिका स्पेस मौसम विज्ञान केंद्र स्थापित कर वेदर स्टेशन बनाएगी। जहां बच्चों को वेदर तकनीकि की जानकारी दी जाएगी। इस स्टेशन पर दिन का अधिकतम व न्यूनतम तापमान डिस्पले बोर्ड पर दिखाया जाएगा। इस वेदर स्टेशन से आने वाले दिनों का मौसम कैसा रहने वाला है, इसकी जानकारी मिल सकेगी। साथ ही बारिश का पूर्वानुमान ज्ञात हो सकेगा।

वेदर स्टेशन से किसानों को मिलेगा लाभ

गौरतलब है कि किसानों के सामने सबसे बड़ी बाधा मौसम ही बनता है। ऐसे में गांव में वेदर स्टेशन बनने से किसानों को मौसम की सटीक जानकारी मिलने से अधिक लाभ होगा। वह मौसम को देखते हुए अपने खेतों में उर्वरक का प्रयोग समय से कर सकेंगे। इसके साथ ही फसलों की सिंचाई में भी मदद मलेगी।

कैसा होगा वेदर स्टेशन

वेदर स्टेशन के लिए कई प्रकार के सेंसर का प्रयोग होगा। इसमें टेंप्रेचर सेंसर, एटमासफियर सेंसर, गैस सेंसर सहित पांच से सात सांइटिफिक सेंसर लगेंगे। इसके साथ डिजिटल स्क्रीन को कनेक्ट किया जाएगा। उसे सरकारी स्कूल के ऊपर लगाया जाएगा और उसका एक सेट पंचायत भवन के ऊपर लगाया जाएगा। ताकि गांव के लोग उसे आसानी से देख सकें और इंटरनेट मीडिया के माध्यम से जिले के अन्य लोगों को इसकी जानकारी दी जाएगी। ग्रामीणों को इससे जानकारी मिल सकेगी कि प्रदूषण का लेवल क्या है? मौसम के पूर्वानुमान से ग्रामीण अपने फसलों की निगरानी कर सकेंगे।

3 जुलाई से बच्चों को मिलेगा प्रशिक्षण

गांव के इस वेदर स्टेशन में व्योमिका स्पेस प्राइवेट लिमिटेड सीइओ गोविंद की टीम ने स्कूली बच्चों को प्रशिक्षण देने का निर्णय लिया है। आगामी 3 जुलाई के बाद से इनका प्रशिक्षण शुरू भी हो जाएगा। गोविंद कहते हैं कि वेदर स्टेशन यह बच्चे ही तैयार करेंगे, उनकी संस्था के वैज्ञानिक इसमें सहयोग करेंगे। प्रशिक्षण के लिए सरकारी स्कूल के 15 से 20 बच्चों को चयनित किया जाएगा। वेदर स्टेशन को प्रयोगशाला के पास स्थापित किया जाएगा।

 

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