गंगा का घटने लगा जलस्तर, दुश्वारियों की बाढ़ बरकरार
गंगा का जलस्तर दिन भर घटने के बाद शाम छः बजे से स्थिर हो गया.
वाराणसी में गंगा का जलस्तर इस बाढ़ के सीजन में अपने उच्चतम स्तर तक पहुंच गया था. जहां गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु तक पहुंच चुका था, जो 70.26 मीटर है. अब वहीं कल गंगा का जलस्तर दिन भर घटने के बाद शाम छः बजे से स्थिर हो गया. इस दौरान बुधवार को रात आठ बजे जलस्तर 70.53 मीटर दर्ज किया गया लेकिन पानी अव भी चेतावनी बिंदु से 27 सेंटीमीटर ऊपर है.
जब से पानी नीचे उतरना शुरू किया है तब से यह उम्मीद जताई जा रही है कि इस फ्लड सीजन में गंगा दोबारा उफान पर नहीं होंगी. वहीं, निचले इलाकों में दुश्वारियां कम नहीं हुई हैं. गंगा के तराई इलाकों और वरुणा किनारे रहने वाली आबादी तनाव में है.
प्रशासन द्वारा बाढ़ प्रभावितों की मदद
प्रभावित इलाकों में जिला प्रशासन बाढ़ प्रभावितों तक पूरी मदद पहुंचा रहा है. जहां राहत शिविरों में पीड़ितों की देखभाल कर रहा है. बता दें बाढ़ राहत शिविरों में 448 परिवार के 2860 लोग अब भी रह रहे हैं. जिन्हें समस्त मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है. जिसमें शुद्ध गर्म भोजन, फल, दूध, पेयजल के साथ अन्य चीजें शामिल है.
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बाढ़ से प्रभावित कुल लोगों की संख्या
इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य परिक्षण एवं नगर निगम द्वारा भी देखरेख की जा रही है.अब तक 1093 पैकेट ओआरएस और 7685 क्लोरिन टेबलेट का वितरित किया जा चुका है. साथ ही 523 लोगों का उपचार किया गया है. पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था भी की गई है.
जानकारी के अनुसार जनपद में अब तक बाढ़ से कुल 7134 लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. बाढ़ से प्रभावित 320 परिवार तक राहत सामग्री और महिलाओं की व्यक्तिगत स्वछता के लिए 195 महिलाओं को डिग्निटी किट दिया गया है.
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प्रभावित पशुओं को दी गई सुविधा
बाढ़ से प्रभावित पशुओं के लिए भूसा की व्यवस्था की गई है. अब तक 682 कुंतल भूसा बांटा गया है. वर्तमान समय में तहसील सदर के नौ वार्ड सलारपुर, सरैया, हुकुलगंज, दानियालपुर, कोनिया, सिकरौल, जैतपुरा, चौकाघाट, डोमरी एवं सात गांव रामपुर ढाब, गोवरहा, लुठाकला, रामचंदीपुर, मोकलपुर, शिवदशा व छोतऊना प्रभावित है. वहीं केंद्रीय जल आयोग की बाढ़ बुलेटिन के अनुसार मंगलवार सायं छह बजे से गंगा के जलस्तर में कमी होने का सिलसिला शुरूहुआ जो बुधवार को भी जारी रहा.