क्या भगवान कृष्ण जाट थे? नंदगांव की दीवारों पर विवादास्पद टिप्पणी से मचा बवाल…
मथुरा जिले के नंदगांव में भगवान श्रीकृष्ण को ‘जाट’ जाति से जोड़ने वाली एक विवादास्पद टिप्पणी को लेकर बवाल मच गया है. नंदगांव के बाजार और आम घरों की दीवारों पर ‘नंदगांव का इतिहास’ शीर्षक से जगह-जगह लिखा गया था कि, भगवान श्रीकृष्ण की जाति ‘जाट’ है. इस पर गंभीर विवाद उत्पन्न हो गया, जिसके बाद उप-जिलाधिकारी (एडीएम) श्वेता सिंह के निर्देश पर नगर पंचायत ने प्राथमिकी दर्ज कराई है.
यदुवंशी या जाट ? क्या है कृष्ण की सही जाति…
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण को यदुवंशी माना जाता है और उनका संबंध यदुवंश से बताया जाता है. लेकिन कुछ लोगों ने दीवारों पर श्रीकृष्ण को जाट जाति से जोड़ने का प्रयास किया, जिससे धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची. इस मामले में पुलिस ने बताया कि, दीवारों पर लिखे गए ‘नंदगांव का इतिहास’ शीर्षक के अंत में एक नाम और फोन नंबर भी दर्ज था, जो इस जानकारी का स्रोत बताया जा रहा है. वहीं जब लोगों ने उस नंबर पर संपर्क करने की कोशिश की, तो वह नंबर या तो बंद मिला या फिर घंटी बजने के बावजूद कोई जवाब नहीं दिया है.
इस मुद्दे की गंभीरता को देखते हुए नगर पंचायत के लिपिक रामजीत ने एडीएम श्वेता सिंह के निर्देश पर आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. शिकायत में आरोप लगाया गया है कि, उक्त व्यक्ति ने भगवान श्रीकृष्ण के बारे में गलत जानकारी फैलाकर लोगों की धार्मिक भावनाओं को आहत किया है. पुलिस ने आरोपी की पहचान करने के लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं और उसकी तलाश में जुट गई है.
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आरोपी शख्स के खिलाफ मामला दर्ज
बरसाना थाना के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) अरविंद कुमार निर्वाल ने बताया कि नगर पंचायत के लिपिक की तहरीर पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है. हालांकि, आरोपी की पहचान और ठिकाने के बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। आरोपित के द्वारा दिए गए फोन नंबर को भी बंद कर दिया गया है. एसएचओ ने बताया कि अब दूरसंचार कंपनी से उस फोन नंबर के संबंध में जानकारी जुटाई जाएगी, ताकि आरोपी का पता चल सके. इस विवाद के बाद नगर पंचायत ने इलाके में जगह-जगह लिखी गई टिप्पणियों को मिटवा दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है.