भक्तों के लिए खुला बाबा विश्वनाथ का दरबार, सिर्फ झांकी दर्शन की इजाजत
कोरोना के बादल जैसे-जैसे छंटने लगे हैं, जनजीवन तेजी से पटरी पर आने लगा है. अनलॉक के साथ ही मंदिरों के दरवाजे भी भक्तों के लिए खुलने लगे हैं. लम्बे समय के बाद श्री काशी विश्वनाथ का दरबार भी भक्तों के लिए खोल दिया गया है. मंगलम्बे समय के बाद श्री काशी विश्वनाथ का दरबार भी भक्तों के लिए खोल दिया गया है.
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बिना मास्क के प्रवेश वर्जित
भक्तों के लिए कोविड के नियमों का पालन करना जरूरी है. इसके तहत मास्क लगाने से लेकर सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का भी पालन करना अनिवार्य है. मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्री सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि आम दर्शनार्थियों के लिए विश्वनाथ मंदिर खुल गया है. इसमें एक बार में 5 श्रद्धालु ही दर्शन करने कि व्यवस्था कि गई है, वहीं श्रद्धालुओं को प्रवेश से पहले मास्क लगाना अनिवार्य होगा. सोशल डिस्टेंसिंग के लिए बने गोले के नियमों का पालन करना होगा. मंदिर खुलने के दौरान समय-समय पर मंदिर परिसर को सैनिटाइज भी किया जा रहा है. यही नहीं मंदिर की दीवार या किसी विग्रह को स्पर्श करना प्रतिबंधित है.
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बाबा विश्वनाथ का झांकी दर्शन
मंदिर पहुंचने वाले भक्तों को बाबा विश्वनाथ का सिर्फ झांकी दर्शन ही करने को मिल रहा है. भक्त दूर से ही बाबा को जल और प्रसाद चढ़ा रहें हैं. वहीं पुजारियों और सेवादारों को किसी श्रद्धालु को चंदन टीका लगाना माला फूल पहनने पर प्रतिबंध है. इस दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गए हैं. सभी प्रवेश द्वारों पर भक्तों को सेनेटाइज करने के साथ ही उनका तापमान मापा जा रहा है, इसके बाद ही प्रवेश कि इजाजत दी जा रही है. लम्बे समय के बाद बाबा का दर्शन पाकर भक्त भी निहाल हो उठे. पांडेपुर के रहने वाले शिवशंकर कहते हैं कि कोरोना काल के कठिन समय के बाद बाबा का दर्शन बहुत सकून देने वाला है.
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