बिहार में गया के प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर में सीएम नीतीश कुमार के साथ उनके मुस्लिम मंत्री इसराइल मंसूरी के प्रवेश को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है. इस मामले में मुजफ्फरपुर के रहने वाले सामाजिक कार्यकर्ता चंद्र किशोर पराशर ने मंत्री इसराइल मंसूरी के खिलाफ मुजफ्फरपुर कोर्ट में शिकायत दर्ज कराई है. शिकायतकर्ता ने मंत्री के खिलाफ हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया है.
शिकायतकर्ता के वकील ने कहा कि विष्णुपद मंदिर में सिर्फ सनातन धर्म को मानने वाले लोगों के प्रवेश की अनुमति है. मगर, मंत्री इसराइल मंसूरी ने मुस्लिम होने के बाद भी मंदिर में प्रवेश किया. अदालत 2 सितंबर को इस अर्जी पर सुनवाई करेगी.
वहीं, बीजेपी ने आरोप लगाया कि सीएम नीतीश कुमार को पता है कि विष्णुपद मंदिर में गैर हिंदुओं का प्रवेश वर्जित है, इसके बावजूद वे इसराइल मंसूरी को अपने साथ ले गए. इसको लेकर बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर ने मंत्री इमरान मंसूरी को बर्खास्त करने की मांग की थी.
उधर, इस मामले पर बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने इसराइल मंसूरी के मंदिर जाने के विवाद पर नाराजगी जाहिर की. सीएम नीतीश ने इस विवाद को बीजेपी की विभाजनकारी राजनीति बताया. सीएम नीतीश ने कहा कि जब बीजेपी उनके साथ सत्ता में थी, तब उनके साथ बीजेपी के मंत्री भी मंदिरों में गए. शाहनवाज हुसैन ने उनके साथ कई मंदिरों में दर्शन किए.
दरअसल, सीएम नीतीश के साथ उनके मुस्लिम मंत्री इसराइल मंसूरी के प्रवेश के बाद भगवान को भोग लगाने से पहले मंदिर को धुलवाया गया था और गर्भगृह का शुद्धिकरण किया गया था. इसके बाद मंत्री इसराइल मंसूरी ने कहा था कि मेरे लिए ये सौभाग्य की बात है कि मैंने सीएम के साथ मंदिर के दर्शन किए और गर्भगृह में जाने का मौका मिला.
बता दें गया का विष्णुपद मंदिर हिंदुओं का ऐतिहासिक धार्मिक स्थल है. यहां पर भगवान विष्णु के चरण स्थापित हैं. पितृपक्ष के दौरान लाखों लोग पितरों का तर्पण कर विष्णुपद के दर्शन करते हैं. इस मंदिर की स्थापना इंदौर की महारानी रही अहिल्याबाई होलकर ने कराई थी. मंदिर में गैर हिंदुओं के प्रवेश पर रोक है. मंदिर के बाहर बोर्ड भी लगा है, जिस पर लिखा है ‘गैर हिंदुओं का मंदिर में प्रवेश वर्जित है.’