कुख्यात विकास को योगी की पुलिस से ‘महाकाल’ भी नहीं बचा पाये, अधूरी रह गई थी दर्शन की हसरत
उत्तर प्रदेश के मोस्टवांटेड विकास दुबे ने जब उज्जैन के महाकाल मंदिर में सरेंडर किया तो लोगों के जेहन में कई सवाल उठे। सवाल यही था की विकास दुबे ने सरेंडर के लिये महाकाल के मंदिर को ही क्यों चुना।
इस राज से पर्दा उठाते हुए विकास दुबे की मां ने बताया था कि वह महाकाल का बहुत बड़ा भक्त है। हर साल वह महाकाल का श्रृंगार करने के लिए उज्जैन जाता है। शायद महाकाल की ही कृपा थी की पुलिस एनकाउंटर से वह बच गया।
विकास की मां की यह बयान गुरुवार को दोपहर में आया था। हालांकि उनकी खुशियां 24 घंटे भी ठहर नहीं पाई। उत्तर प्रदेश पुलिस ने कार को ले जाते समय विकास दुबे को एक मुठभेड़ में मार गिराया
महाकाल का दर्शन नहीं कर पाया था विकास-
विकास दुबे ने भले ही महाकाल मंदिर में सरेंडर किया हो लेकिन वह इतना भागा था कि बाबा के दर्शन तक नहीं कर पाया था। विकास दुबे ने अपने नाम की पर्ची तो जरूर कटवाई लेकिन गर्भगृह तक बाबा के दर्शन के लिए नहीं पहुंच पाया।
जब तक वह दर्शन के लिए दर्शन के लिए गर्भ गृह के अंदर दाखिल होता उससे पहले ही मंदिर की सुरक्षा में लगे जवानों ने पुलिस की मदद से उसे पकड़ लिया। और इस तरह उसके दर्शन की ख्वाहिश अधूरी रह गई। और शायद अब वह कभी महाकाल के दर्शन भी नहीं कर पाएगा।
जानकार बताते हैं कि किसी भी बड़े माफिया या अपराधी के सरेंडर का यह तरीका बिल्कुल नया था। इससे पहले किसी अपराधी ने अभी तक सरेंडर के लिये किसी मंदिर या मठ का सहारा नहीं लिया था। अभी तक अपराधी कोर्ट का सहारा लेते थे।
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