एप के जरिए मिल रही सब्जी, पहुंच रहे पंडित जी

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कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर सरकार द्वारा उठाए गए एहतियाती कदमों में जरूर छूट दी गई है लेकिन अभी भी पटना के कई इलाकों के बाजार बंद हैं। जहां खुले भी हैं वहां कई लोग अभी भी जाने से बच रहे हैं।

ऐसे में इस लॉकडाउन में लोगों की परेशानी कम करने के लिए पटना में एक तरह का नया व्यापार प्रारंभ हुआ, जहां कई स्थनीय ई कॉमर्स कंपनियों ने घर तक सामान पहुंचाने का बीड़ा उठाया। यहीं नहीं ये कंपनियां घरों तक नाई, ब्यूटिशियन, इलेक्ट्रीशियन, पंडित तक की सुविधा दे रहे हैं।

पटना में ऐसी कंपनियों में के मार्ट, पटना कार्ट, चिकन वाला जैसी कई कंपनियां राशन, सब्जी, फल के साथ-साथ डेयरी उत्पादित वस्तुएं, नॉनवेज आइटम तक घरों तक पहुंचा रहे हैं।

सुविधा के साथ-साथ रोजगार भी-

डिलिवरी

पटना कार्ट तो इस लॉकडाउन में पंडित, नाई, इलेक्ट्रीशियन तक की सुविधा आपके घरों तक पहुंचा रही है। इन कंपनियों से लोग व्हाट्सअप पर या उनके एप्प के जरिए ऑर्डर देकर अपने जरूरत के सामान घरों तक मंगवा रहे हैं। ऐसे में लोगों को घरों में रहकर ही ना केवल सुविधा मिल जा रही है बल्कि इस धंधे से कई लोगों को रोजगार भी मिल गया है। इस सुविधा से सड़कों पर भीड़ भी कम हो रही है।

पटना कार्ट के प्रमुख और युवा उद्यमी अभिनव दास कहते हैं कि लॉकडाउन में लोगें की खासकर अकेले घरों मे रह रहे बुजुर्गों को देखकर मन में ख्याल आया कि लोग घरों में रहे और उन्हें सामान और सुविधा भी मुहैया हो जाए। इसके बाद कई दुकानों से बात कर यह काम प्रारंभ किया।

सॉटवेयर इंजीनियर दास कहते हैं कि इस काम में ना केवल सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा जा रहा है बल्कि सामानों की गुणवता और स्वच्छता का भी पूरा ध्यान रखा गया है। उन्होंने बताया कि इस कार्य से 10 -15 लोगो को रोजगार भी मिला है।

सभी सामग्रियों के उचित मूल्य-

pandit work from home

वे कहते हैं, ‘पटना कार्ट एप से आप घर बैठे राशन के जरूरी सामान, सब्जी, फल, डेयरी उत्पाद, दवाई, पूजा सामग्री अपने घरों में बैठे मंगवा सकते हैं। इसके अलावे बिजली मिस्त्री, प्लंबर, नाई, होम सैनिटाइजेशन एजेंसी और पंडित जी को भी घर बुला सकते हैं।’

वे दावे के साथ कहते हैं कि सभी सामग्रियों के उचित मूल्य रखे गए है। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि बुजुर्गों के लिए यह एप काफी लाभदायक साबित हुआ है। प्रतिदिन दवा के कई ऑर्डर आ रहे हैं। वे यह भी कहते हैं, ‘यह काम मैंने लाभ के लिए बल्कि लोगों को सुविधा देने के लिए प्रारंभ किया है।’

इधर, के मार्ट के अभिषेक सहाय कहते हैं कि ऑनलाइन ऑर्डर मिलने के बाद एक से दो घंटे में ऑर्डर के सामानों की आपूर्ति कर दी जाती है। उन्होंने कहा कि इस कार्य में पूरी एक टीम लगी है। उन्होंने कहा कि सामान मंगवाने के लिए अलग से कोई चार्ज भी नहीं देना पड़ता है।

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