वरुण गांधी का सरकार पर निशाना, बोले- जब अपनी मदद स्वयं ही करनी है तो सरकार की क्या जरूरत
लखीमपुर सहित पूरे तराई इलाके में बाढ़ आने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बाढ़ प्रभावित लोगों को पर्याप्त मदद नहीं मिल पा रही है। इससे नाराज दिख रहे भाजपा सांसद वरुण गांधी ने एक बार फिर सरकार पर जमकर निशाना साधा है।
लखीमपुर सहित पूरे तराई इलाके में बाढ़ आने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बाढ़ प्रभावित लोगों को पर्याप्त मदद नहीं मिल पा रही है। इससे नाराज दिख रहे भाजपा सांसद वरुण गांधी ने एक बार फिर सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि यदि ऐसे आपदा के समय भी सरकार लोगों के मदद करने के लिए सामने नहीं आती है तो किसी भी सरकार की आवश्यकता ही क्या है। हालांकि, सांसद वरुण गांधी इस बाढ़ के दौरान स्वयं अपने लोगों के बीच पहुंच कर लोगों को सूखा राशन, पीने का पानी और नकद आर्थिक मदद भी कर रहे हैं।
सरकार की जरूरत क्या है?
सांसद वरुण गांधी ने गुरुवार को एक ट्वीट कर कहा कि लगभग पूरे तराई इलाके में इस समय बाढ़ आने से निचले इलाकों में पानी भर गया है। बाढ़ से लोगों के घर-खेत सहित पूरी पूंजी डूब गयी है। लोगों के पास सर छिपाने तक को जगह नहीं बची है। उन्होने लिखा है कि यदि ऐसे समय में भी लोगों को अपनी मदद स्वयं ही करनी है तो सरकार की जरूरत क्या है?
Much of the Terai is badly flooded. Donating dry rations by hand so that no family is hungry till this calamity ends. It’s painful that when the common man needs the system the most,he’s left to fend for himself.If every response is individual-led then what does ‘governance’ mean pic.twitter.com/P2wF7Tb431
— Varun Gandhi (@varungandhi80) October 21, 2021
पहले भी किसानों और स्थानीय नागरिकों के साथ खड़े दिखे:
बता दें कि इससे पहले भी वरुण गांधी बार-बार किसानों और स्थानीय नागरिकों के साथ खड़े दिखे। हाल ही में उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का एक पुराना वीडियो ट्वीट कर किसान आंदोलन का समर्थन किया था। लखीमपुर हिंसा को लेकर भी उन्होंने जवाबदेही तय करने की बात कही थी। वरुण गांधी ने लिखा था, ‘वीडियो बिल्कुल साफ है। हत्या के जरिए प्रदर्शनकारियों को चुप नहीं कराया जा सकता। निर्दोष किसानों का खून बहाने की घटना के लिए जवाबदेही तय करनी होगी। हर किसान के दिमाग में उग्रता और निर्दयता की भावना घर करे उससे पहले उन्हें न्याय दिया जाना चाहिए।
यह भी पढ़ें: पाकिस्तान से ‘संग्राम’ से पहले टीम इंडिया की प्लेइंग-11 लगभग तय, कोहली ने ली राहत की सांस
यह भी पढ़ें: बार-बार क्यों अरुणाचल राग छेड़ता है चीन ? जानिए क्या है इसका इतिहास