वाराणसी : सांसदों के निलंबन के विरोध में सपा व कांग्रेस का धरना, कहा लोकतंत्र खतरे में
संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान हंगामा करने वाले करीब 141 से अधिक सांसदों को निलंबित करने के विरोध में समाजवादी पार्टी व कांग्रेस मुखर दिखाई पडी. I.N.D.I.A गठबंधन ने सांसदों के समर्थन में देशव्यापी धरने का आवाह्न किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के नेताओं ने संयुक्त रूप से सांसदों के निलंबन के खिलाफ बाबा भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के पास धरने पर बैठ प्रदर्शन किया. लोकतंत्र बचाओ, भारत बचाओ के नारे के साथ विपक्ष के सांसदों के निलंबन के खिलाफ सपा और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने जमकर भडास निकाली.
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निलंबन को बताया निंदनीय
निलंबित सांसदों के समर्थन में धरने पर बैठे सपा नेताओं ने कहा कि जिस तरह से सांसदों का निलंबन हुआ है, यह अति निंदनीय है. सत्ताधारी क्या चाहते हैं ? विपक्ष ना रहे, विपक्ष को खत्म करने की जो लोग गंदी साजिश रच रहे हैं. इसके विरोध में हम सभी लोग कर रहे हैं. सपा नेताओं ने हुंकार भरते हुए कहा कि समाजवादी के सिपाही हम लोग यहां इकट्ठा हुए हैं और पूरे दलों के लोग यहां इकट्ठा हुए हैं. हम लोग विरोध करेंगे संसद में नहीं बोलेंगे तो सड़कों पर बोलेंगे. जनता के हित के लिए आखिरी सांस तक बोलेंगे.
वही कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि सरकार हिटलरशाही चाल चल रही है. जिस तरह से संसद में चूक हुई सरकार की जिम्मेदारी थी और सरकार को शर्म की बात है और सरकार को जवाब देना था. बीजेपी सरकार के इशारे पर उपराष्ट्रपति, जो सांसद के स्पीकर है सत्ता के कहने पर काम कर रहे हैं. 141 से अधिक सांसदों को इन्होंने निलंबित किया. जब संसद में सांसदों को आप निलंबित करेंगे तो यह लोकतंत्र कैसा होगा. आलोचना सरकार की होनी चाहिए और आप सवाल नहीं सुनना चाहते हैं. आज बाबा साहेब अंबेडकर के पार्क में स्मारक स्थल पर इकट्ठे हुए हैं. हम अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं और यही आगे और भी आपको दिखेगी. मोहल्ले मोहल्ले और गांव-गांव जाएंगे और संविधान बचाने के लिए और गरीब की हक को बचाने के लिए हम संघर्ष करेंगे. धरना प्रदर्शन में सपा के पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह पटेल व कांग्रेस के राघवेंद्र चौबे समेत सैकडों नेता व कार्यकर्ता मौजूद थे. उन्होंंने राष्र् ्पति को संबोधित ज्ञापन अधिकारियों को सौंपा.