Varanasi: सुरक्षाकर्मी असली हैं या नकली, जासूसी करेगा क्यूआर कोड…
-पुलिस कप्तान वाराणसी की निगरानी में प्रोजेक्ट किया जा रहा पूरा
Varanasi: वाराणसी में सुरक्षकर्मी नकली हैं या असली, इसकी जासूसी क्यूआर कोड करेगा. स्कैन करते ही सुरक्षा ड्यूटी में लगे पीएसी, पुलिसकर्मी, होमगार्डों संबंधी सभी जानकारी मोबाइल स्क्रीन पर सामने आ जाएगी. जिससे असली और नकली सुरक्षाकर्मियों में भेद करना आसान हो जाएगा.
पुलिस विभाग से मिली जानकारी के अनुसार क्यूआर कोड कंप्यूटर विशेषज्ञ पुलिसकर्मियों ने तैयार किया है. पुलिस अधिकारियों ने अपनी अपेक्षाएं बताई, जिसे पूरा भी कर दिए. इस तरह कंप्यूटर विशेषज्ञ पुलिसकर्मियों के प्रयास से पहली बार लोकसभा चुनाव की शुचिता और सशक्त हो पाएगी. होमगार्डों के अलावा पुलिस महकमे के सिपाही से लेकर इंस्पेक्टर तक को क्यूआर कोड वाला परिचयपत्र जारी किया जाएगा.
अब तक 15 हजात जवानों की हुई कोडिंग
15 हजार सुरक्षाकर्मियों के लिए क्यूआर कोड बनाया गया है. कोई भी पुलिस अधिकारी निरीक्षण के किसी सुरक्षाकर्मी के संदिग्ध महसूस होने पर असली और नकली की पहचान के लिए क्यूआर कोड कर सच्चाई का जान पाएगा. स्कैनिंग से यह भी जानकारी की जा सकेगी कि जवान अपने ड्यूटी पर ही तैनात है या नहीं. यह पूरी कोडिंग मोहित अग्रवाल (पुलिस आयुक्त कमिश्नरेट वाराणसी) की निगरानी में पूरी की जा रही है.
क्यूआर कोड में पता चलेगी पांच महत्वपूर्ण जानकारी
-सुरक्षाकर्मी का नाम
-मोबाइल नंबर
-तैनाती स्थल
-विभाग द्वारा जारी पहचान नंबर
-ड्यूटी प्वाइंट
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चुनाव की शुचिता में सेंध न लगे
यह क्यूआर कोड इसलिए तैयार हो रहा है कि चुनाव की शुचिता में सेंध न लगे. इसके लिए प्रशासन ने बनाया साफ्टवेयर पुलिसकर्मियों और होमगार्ड जवानों के परिचयपत्र पर अंकित रहेगा. क्यूआरकोड भी रहेगा.स्कैन करते ही नाम, पता और ड्यूटी प्वाइंट के बारे में जानकारी हो जाएगी.