वाराणसी : प्रधानमंत्री उमरहां में करेंगे स्वर्वेद मंदिर का उद्घाटन
वाराणसी के चौबेपुर क्षेत्र के उमरहां स्थित स्वर्वेद मंदिर का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 18 दिसम्बर को करेंगे. इसके लिए तैयारियां जोरों पर हैं. पांच किलोमीटर की परिधि में 22 अस्थायी नगर बसाने का काम तेजी पर है. बिजली की आकर्षक सजावट के साथ ही जल्द ही पूरा क्षेत्र तंबुओं के शहर में तब्दील हो जाएगा. 17 और 18 दिसम्बर को विहंगम योग संत समाज के सौवें वार्षिकोत्सव पर प्रवचन के लिए तीन लाख स्क्वायर फीट में जर्मन हैंगर में पंडाल बनाया जा रहा है.
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सप्त नदियों व सप्त ऋषियों के नाम होंगे छोटे-छोटे शहर
स्वर्वेद मंदिर परिसर और आसपास में हवन कुंड तैयार हो रहे हैं और श्रद्धालुओं के ठहरने व कार्यक्रम के लिए तंबुओं का छोटा-छोटा शहर बसाया जा रहा है. करीब 200 एकड़ भूखंड पर 22 अस्थायी ठिकानों का नाम सप्त नदियों गंगा, यमुना, सरस्वती, सिंधु, नर्मदा, गोदावरी, ब्रह्मपुत्र और सप्तऋषियों के नाम पर रखा जाएगा. यहां होनेवाले 25 हजार कुंडीय स्वर्वेद ज्ञान महायज्ञ में 108 ब्लाक बनाए जा रहे हैं. ब्लॉक में 232 कुंड होंगे. यज्ञ व्यवस्था का सुव्यवस्थित संचालन ढाई हजार कार्यकर्ता करेंगे. आश्रम द्वारा संचालित वैदिक गुरुकुल से प्रशिक्षित 108 पुरोहित मंत्रोच्चार करेंगे. तीन लाख स्क्वायर फीट में जर्मन हैंगर में तैयार पंडाल में संत विज्ञान देव जय स्वर्वेद कथा व अमृतवाणी का संदेश देंगे. सांस्कृतिक व आध्यात्मिक कार्यक्रम का अयोजन किया गया है.
सात्विक भोजन और चिकित्सा की व्यवस्था
श्रद्धालुओं को सात्विक भोजन उपलब्ध होगा। 12 भोजनालय बनाए जा रहे हैं और प्रत्येक भोजनालय में 20-20 काउंटर होंगे. छह सांस्कृतिक भोजनालयों में अलग-अलग राज्यों के अनुसार व्यंजन तैयार किए जाएंगे. गौवंश के संरक्षण और संवर्धन का संदेश देने के लिए गौ ग्राम प्रदर्शनी भी संचालित होगी. चिकित्सा समेत अन्य सुविधाएं भी लोगों को मुहैया कराई जाएंगी. इसके अलावा 4500 शौचालयों की व्यवस्था की गई है.