Varanasi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुनकरों एवं कारीगरों के सबसे बड़े एंबेसडर

-बोले जेपी नड्डा, 4 जून को तीसरी बार पीएम बनेंगे नरेंद्र मोदी–जे.पी.नड्डा

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Varanasi: फेडरेशन ऑफ इंडियन वेवर्स एंड आर्टिसंस (fiwa) द्वारा चौकाघाट स्थित सांस्कृतिक संकुल में कारीगर बुनकर महासम्मेलन का आयोजन किया गया. इसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि एक दौर ऐसा भी था जब हमारे बुनकर भाईयों की स्थिती दयनीय थी. नई पीढ़ी ने अपने परंपरागत कार्य को तिलांजलि देने का मन बना लिया था लेकिन 2014 के बाद मोदी सरकार ने हर डूबते हुए क्षेत्र को उबारने का मन बना लिया.

जीवन के हर क्षेत्र में नई ऊर्जा का संचार किया. कारीगरों और बुनकरों के जीवन में उत्साह और विश्वास जगाया. कहा कि आज हम गौरव के साथ कह सकते हैं कि उदासीन भारत नहीं बल्कि पीएम मोदी के नेतृत्व में विकसित भारत बन रहा है. आज विकासशील भारत को विकसित भारत बनने से कोई नहीं रोक सकता. कहा कि मोदी सरकार ने हजारों लाखों करोड़ का निवेश करके देश की दशा को संवारा है.

पीएम ने सब कुछ किया संभव

पीएम मोदी की अध्यक्षता में ही यह संभव हो पाया कि नौवें हथकरघा दिवस पर लगभग 3 हजार कारीगरों व बुनकरों ने एक ही छत के नीचे भारत मंडपम में अपनी कला को प्रदर्शित किया. पीएम मोदी ने कला और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए ही देश व विदेश के हर पटल पर बुनकरों कारीगरों द्वारा बनाया गया. उत्पाद भेंट स्वरूप दुनिया के राष्ट्रध्यक्षों को दिया. राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि खादी का नारा महात्मा गांधी ने दिया था लेकिन 70 सालों तक राज करने वाले कांग्रेसी खादी को भूल गए. खादी की चिंता भी पीएम मोदी ने की और बुनकरों को मुख्य धारा में लाने का भी काम किया.

वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रॉडक्ट को प्रोत्साहित किया. परंपरागत हुनर को विकसित किया. जो कार्य उदासीनता का शिकार थे वह प्रोएक्टिव होकर आगे बढ़े. प्रधानमंत्री मोदी ने सबसे पहला काम पारंपरिक हुनर का अपग्रेडेशन किया. बुनकरों के हुनर को नई ताकत दी. आधुनिक टेक्नोलॉजी के जरिए उनके जीवन में परिवर्तन लाया. काशी में ही 5 लाख से ज्यादा बुनकर रहते हैं और उन बुनकरों में जो धंधा छोड़ चुके थे या जिनका धंधा चौपट हो गया था जिनकी आमदनी महज चंद रुपये थी, आज वह लाखों करोड़ों का कारोबार कर रहे हैं.

हाथकरघा का व्यवसाय के बदले हालात 

बुनकरों की आर्थिक समस्याओं की चिंता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की. आधुनिक तकनीकी व अभिनव प्रयोग के माध्यम से बुनकरों के उत्पाद को वैश्विक बाजार उपलब्ध करवाया. 1.20 करोड़ मुद्रा लोन दे कर बंद पड़े,काम को फिर से चालू करवाया. 7 अगस्त को राष्ट्रीय हथकरघा दिवस मनाया जाता है. यह बुनकरों का दिन है. आज हैंडलूम के क्षेत्र में भारत का टर्नओवर 5 गुना बढ़ गया है. खादी के कपड़े की बिक्री में 5 गुना तक की वृद्धि हुई है. जो हाथकरघा का व्यवसाय 20 से 25 हजार करोड़ रुपये का था

वह आज बढ़कर 1,30,000 करोड़ का हो गया है.आज एक करोड़ से ज्यादा लोग हैंडलूम के क्षेत्र में काम कर रहे हैं. उनकी आजीविका के लिए जो काम प्रधानमंत्री मोदी ने किया वह आज तक किसी ने भी नहीं किया.

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“एकता मॉल” बने जहां बुनकरी के सभी सामान बिके

पीएम मोदी का सपना है कि हर शहर में एक “एकता मॉल” बनाएंगे, जहां पर बुनकरों के सारे उत्पाद एक जगह बिक्री के लिए उपलब्ध रहेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुनकरों और कारीगरों के सबसे बड़े एंबेसडर है, G-20 सम्मेलन में आए हुए मेहमानों को पटका, क्राफ्ट आदि वस्तुएं भेंट कीं. यह सभी वस्तुएं बुनकरों कारीगरों द्वारा निर्मित थी. इस प्रकार बुनकरों एवं कारीगरों के उत्पाद को वैश्विक पटल पर नई पहचान मिली.

राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि काशी का कायाकल्प हो रहा है, आज काशी में हाईवेज, बाईपास, नई सड़कों ने काशी का रूप संवारा है. जिस काशी में दो-चार हजार पर्यटक आते थे आज इस काशी में लाखों पर्यटक प्रतिदिन आ रहे हैं. मोदी सरकार में नए रेलवे स्टेशन, नए एयरपोर्ट, बस अड्डे का निर्माण हो रहा है. पिछले 10 सालों में 55 हजार किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण हुआ. इंटरनेशनल हाईवे 24 से 26 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग बनाए जा रहे हैं. एक लाख 70 हजार किलोमीटर ग्रामीण सड़के बनाई गई.

 

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