वाराणसी: गुरु का खांटी अंदाज एवं फक्कड़पन सुपर से भी ऊपर, काशी के कौशल को दी श्रद्धांजलि
वाराणसी: काशी हिन्दू विश्वविद्यालय स्थित कला संकाय प्रेक्षागृह सभागार में गुरुवार को दिवंगत प्रोफेसर कौशल किशोर मिश्रा के लिए श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. श्रद्धांजलि सभा का मुख्य विषय काशी के कौशल था. लोगों ने प्रोफेसर कौशल किशोर को मां भारती के उपासक, बनारसी फक्कड़, महामाना के मानस पुत्र देश के प्रख्यात राजनीतक चिंतक एवं छात्रों के प्रिय गुरु की संज्ञा देते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किए. श्रद्धांजलि सभी में सभी जन ने नम आंखों से गुरु कौशल किशोर मिश्रा के तस्वीर पर पुष्प अर्पित किए.
अस्सी की चाय की अड़ी के थे कड़ी
वक्ताओं ने कहा कि प्रोफेसर कौशल किशोर मिश्रा अस्सी की चाय पर अपनी बेबाक बातों के लिए जितना चर्चित थे, उतना ही सोशल मीडिया पर अपने वीडियो और बयानों के लिए भी प्रख्या त थे. सोशल मीडिया पर गोबर से उपला बनाने का वीडियो हो, चाहे गंगा जी में छलांग लगाने का वीडियो हो, उनके हर कमेंट और वीडियो पर समर्थक से लेकर विरोधी एकदम बेबाक अंदाज़ में टिप्पणी करते थे.
वहीं आगे वक्ताओं ने कहा कि प्रोफेसर कौशल किशोर मिश्रा बीएचयू के सामाजिक विज्ञान विभाग के डीन के पद से पिछले वर्ष रिटायर हुए थे. भाजपा और संघ के विचारों से प्रभावित प्रोफेसर कौशल किशोर खांटी बनारसी थे. प्रोफेसर कौशल मिश्रा ने अस्पताल में भर्ती होने से पहले 27 सितम्बर को अपने पोस्ट पर लिखा कि “एकाएक तबीयत बिगड़ गई है, सबको राम-राम ” कौशल गुरुजी के इस पोस्ट पर भी लोगों ने खूब कमेंट किए, लेकिन शायद कौशल किशोर को उसी दिन आभास हो गया था. प्रोफेसर कौशल किशोर मिश्रा के चाहने वालों का तांता लगा हुआ था.
Also Read: वाराणसी: नेपाली युवक ने फावड़े से पांच लोगों पर किया हमला, थाने पर हंगामा…
बिताए क्षणों को याद करते हुए भावविभोर
लोगों ने उनके साथ बिताए हुए पल को सबके समक्ष रखा. सभा में पहुंचे लोगों ने प्रोफेसर कौशल किशोर मिश्रा और पंडित मदन मोहन मालवीय के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. इस दौरान पूरा हाल खचाखच भरा हुआ था. इस कार्यक्रम में आयुष मंत्री दया शंकर मिश्र दयालु गुरु, संकट मोचन के महंत विशंभर नाथ मिश्र, अशोक पांडे, आरपी पाठक, हरेंद्र शुक्ला, राजेश मिश्रा, भूपेंद्र सिंह रिंटू, अरविंद शुक्ला समेत सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद रहे.