VARANASI: जिलाधिकारी ने किया कम वोटिंग वाले बूथों का दौरा
जिला निर्वाचन अधिकारी स्वयं मतदाताओं के आवास पर जाकर पूछताछ की
वाराणसी: देश में होने वाले लोकसभा चुनाव ( loksabha election) से पहले भारत निर्वाचन आयोग ( election commission) वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने पर विशेष जोर दे रहा है. इसी क्रम में निम्नतम वोटिंग वाले बूथों को चिन्हित कर वहां कम वोटिंग होने के कारण का पता लगाने और उसका निवारण किये जाने के लिए वाराणसी ( varanasi) के जिलाधिकारी ( DM ) एस राजलिंगम ने मंगलवार को बूथों का दौरा किया. इस संबंध में आवश्याक दिशानिर्देश भी दिए. बूथ का निरीक्षण करने के बाद मतदाताओं के आवास पर डीएम गये.
जाना कम वोटिंग का कारण
जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने उत्तर रेलवे जूनियर हाईस्कूल न्यू लोको कालोनी छित्तूपुर वाराणसी का दौरा किया. यहां पर पांच बूथ बनाये जाते हैं, इसके बीएलओ एवं एईआरओ से पूछा कि कम वोटिंग का क्या कारण है. डोर टू डोर सर्वे किया कि नहीं . फार्म 7 की कार्रवाई में कितने नाम काटे गये. इसकी बूथवार जानकारी बीएलओ व एईआरओ ने दी, लेकिन फार्म 6 भरवाने की कार्रवाई में कमी पाये जाने पर जिला निर्वाचन अधिकारी स्वयं मतदाताओं के आवास पर जाकर पूछताछ की.
10 जनवरी से होगी ईवीएम प्रदर्शन केंद्र की स्थापना
इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन तथा वीवी पैट से सम्बन्धित जागरूकता एवं प्रचार प्रसार के लिए तहसील मुख्यालय पर ईवीएम प्रदर्शन केन्द्रों की 10 जनवरी बुधवार से स्थापना की जाएगी. डीएम ने समस्त निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, समस्त सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि तहसील में प्रदर्शन केन्द्र की स्थापना ऐसे स्थान पर की जाये, जहाँ पर जनसामान्य का आना-जाना अधिक संख्या में हो.
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तहसील स्तर पर ईवीएम प्रदर्शन केन्द्र की स्थापना
ईवीएम प्रदर्शन केन्द्र की स्थापना का तहसील स्तर पर व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाए. तहसील में स्थापित किसी कक्ष में अस्थायी स्ट्रांग रूम बनाते हुए निकालने एवं प्रदर्शन समाप्ति के पश्चात् पुनः अस्थायी स्ट्रांग रूम में रखने का दायित्व सम्बन्धित तहसीलदार का होगा. तहसील में स्थापित ईवीएम पर तैनात कर्मचारी द्वारा एक रजिस्टर तैयार किया जायेगा, जिसमें प्रतिदिन प्रतिभागियों का नाम, हस्ताक्षर रिकार्ड किये गये मतों की संख्या अंकित की जायेगी.