हरे कृष्ण महामंत्र की गूंज के बीच भक्तों ने स्वयं को वृंदावन में पाया
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महामहोत्सव के दूसरे दिन 26 अगस्त सोमवार को समारोह का प्रथम चरण ब्रह्म मुहूर्त में 04 बजकर 30 मिनट पर मंगला आरती ( गुरू वंदना तथा संसार दावानल ) से प्रारंभ हुआ.
हरे कृष्ण-हरे राम संकीर्तन सोसाइटी के तीन दिवसीय श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महामहोत्सव के दूसरे दिन 26 अगस्त सोमवार को समारोह का प्रथम चरण ब्रह्म मुहूर्त में 04 बजकर 30 मिनट पर मंगला आरती ( गुरू वंदना तथा संसार दावानल ) से प्रारंभ हुआ. इसके माध्यम से प्रेरणा स्त्रोत श्रील प्रभुपाद जी की वंदना की गई. इसके साथ ही साथ नृसिंह वंदना , तुलसी पूजा की गई. हरे कृष्ण महामंत्रों की गूंज के बीच उपस्थित भक्तों ने स्वयं को श्री धाम वृंदावन में अपने उपस्थित समझ रहे थे.
दीप प्रज्वलन संग आरती गायन
समारोह का द्वितीय चरण सायं 5:30 बजे दीपक प्रज्वलन, तुलसी महारानी की आरती गायन मातृशक्ति प्रभारी प्रियंवदा प्रियंका देवी माताजी आरती , अर्चन कृष्णमयी माता जी. सीमा सुमध्या माता जी. राजेश्वरी राजरानी माताजी द्वारा सम्पन्न हुआ. इसके बाद चैतन्य महाप्रभु की गौर आरती राघवेन्द्र प्रभुजी द्वारा गायन एवं हरेकृष्ण महामंत्र संकीर्तन पर पूरा माहेश्वरी भवन कृष्णमय हो गया.
भजनों की प्रस्तुति पर झूमे भक्त
इसी क्रम में बाल गोपाल भक्त संस्कार प्रभुजी एवं कार्तिकेय प्रभुजी ने नृसिंह वंदना कर सभी का मनमोह लिया. तत्पश्चात् श्री राधागोविन्द की सेवा में गोपी प्रभु जी, गुलाब प्रभु तथा राघवेन्द्र द्रारा ( झूला तो झूले रानी राधिका झूलावे नन्द कुमार) प्रियंवदा प्रियंका माता जी द्वारा कान्हा की दिवाली बन जाऊंगी), मोर मुकुट मकराकृत कुंडल गल वैजयंतीमाला के साथ ही रजनी माता के भजनों की प्रस्तुति की . इन भजनों पर मौजूद भक्त भाव-विभोर होकर ऐसा नृत्य किया लगा जैसे बृजधाम काशी में उतर आया हो.
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मनोहारी श्रृंगार के बीच किया अभिषेक
इस मौके पर भगवान श्रीविग्रह श्री राधागोविन्दजी एवं श्री जगन्नाथजी, वलदेवजी व सुभद्रा महारानी देवी के श्रीविग्रहो का मनोहारी श्रृंगार किया गया था. इस दौरान भगवान श्रीकृष्ण के बालरूप श्री लड्डू गोपाल का दूध, दही, शहद, गंगाजल से सोसाइटी के भक्तों द्वारा अभिषेक किया. साथ ही माहेश्वरी भवन में उपस्थित सभी श्रद्धालुओं द्वारा अभिषेक कर भगवान लड्डू गोपाल का अर्चन – पूजन किया गया.
108 से अधिक व्यंजनों का लगाया भोग
महाभिषेक के मध्य श्री ब्रह्मा संहिता (श्री ब्रह्मा जी द्वारा परम् ईश्वर श्री कृष्ण की स्तुति) का मंत्रोचार मातृशक्ति द्वारा किया गया. इसमें प्रियंवदा प्रियंका, , कृष्ण मयी देवी दासी, रति रजनी , पद्म पदमिनी , राधा प्रीति वर्धिनी , राजेश्वयी राजरानी , स्वेता , किशोरी जया रोली साधना अनिता अनंग वंदना विलास आदि ने सुन्दर मनोहारी प्रस्तुति की. इसके बाद 108 से अधिक व्यंजनों का भोग भगवान को अर्पित किया गया.
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ठीक रात्रि 12:00 बजते ही भगवान की महाआरती यशोमति नन्दन श्रविल प्रभुजी तथा स्वागत गायन श्री राघवेन्द्र प्रभुजी द्वारा किया गया. इस दौरान पूरा माहेश्वरी भवन नन्द के आनन्द भयो जय कन्हैया लाल की, एवं स्वागतम् कृष्णा सुस्वागतम् कृष्णा से गूंजने लगा और मौजूद भक्त जन झूम-झूम कर नृत्य करने लगे.
नारी शक्ति का सम्मान करने का संकल्प हो पूरा
कार्यक्रम संचालक श्री मुकेश प्रभु द्वारा बताया गया कि हम अपने कार्यक्रम के माध्यम से भगवान कृष्ण के समाज के प्रति दिये गये श्री मद्भगवदगीता के उपदेश को जन जन तक पहुंचाना चाहते हैं, ताकि ‘‘जन-जन में पर्यावरण को बचाने, बेटी बचाओ- बेटी बढ़ाओ, वर्षा जल संचय एवं जल संचय तथा नारी शक्ति का सम्मान करने का संकल्प पूरा हो सके .समाज में शिक्षा, नैतिकता, आपसी प्रेम, सौहार्द्र एवं आपसी भाई-चारा का समन्वय बना रहे. साथ ही मातृशक्ति के प्रति सम्मान, प्रकृति के प्रति सम्मान भाव बना रहे.
विशाल भंडारे का आयोजन
महोत्सव के तीसरे दिन 27 अगस्त दिन मंगलवार को नन्दोत्सव एवं श्रील प्रभुपाद का आविर्भाव दिवस मनाया जाएगा. संचालन महामंत्री मुकेश प्रभु द्वारा किया जाएगा. इसमें वैदिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ विशाल भण्डारे का आयोजन किया जाएगा.