वाराणसी: देव दीपावली पर काशी में जला सकेंगे पितरों के नाम पर दीये, देना होगा इतना शुल्क
वाराणसी: देव दीपावली को इस बार कुछ अलग ही देखने को मिलेगा. खास बात यह है कि इस बार देव दीपावली के अवसर पर श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में पितरों के नाम पर पर दीये जलाए जाएंगे. धाम के गेट नंबर चार से गंगा द्वार तक करीब 25 हजार दीये पितरों के नाम पर जलाने की योजना है. इसके लिए भक्तों को 1100 से लेकर 11000 रुपये तक शुल्क जमा करने होंगे.
ऑनलाइन और ऑफलाइन बुकिंग शुरू
पितरों के नाम दीये जलाने की बुकिंग न्यास की वेबसाइट और एप के माध्यम से की जा सकेगी. विशेष अवसर के लिए मंदिर प्रशासन ने दीय डोनेशन की आनलाइन बुकिंग शुरू कर दी है. भक्त चार श्रेणी गंगा ज्योंति, काशी प्रकाश, देव दीपक और दिव्य गंगा ज्योति में किसी एक में बुकिंग कर सकते हैं. बुकिंग आनलाइन या मंदिर कार्यालय से आफलाइन भी की जा सकती है. बुकिंग के समय श्रद्धालुओं को अपने पितरों का नाम दर्ज कराना होगा, जिसके आधार पर पुजारी मंत्रजाप और संकल्प के साथ दीये जलाएंगे. मंदिर प्रशासन द्वारा दीया डोनेशन करने वाले भक्तों को उनके घर प्रसाद भी भेजा जाएगा.
नाव, बजड़े, होटल की बुकिंग के लिए होड़
कार्तिक पूर्णिमा पर काशी का वैभव देश ही नहीं दुनिया भी निहारेगी. देव दीपावली पर गंगा के तट से लेकर कुंडों तक 21 लाख दीयों से काशी की गलियां, चौराहे और घर की चौखट जगमग होगी. आलम यह है कि 30 लोगों की क्षमता वाली नाव की बुकिंग 3.60 लाख रुपये में तो बजड़े की बुकिंग पांच लाख में हो चुकी है. इसके अलावा गंगा किनारे के होटल, नाव और क्रूज की बुकिंग देव दीपावली पर पूरी तरह से फुल हो चुकी है.
देव दीपावली पर काशी के अर्धचंद्राकार घाट दीपों के हार से सजेंगे. शिव की नगरी में देवलोक के इस नजारे को देखने के लिए देश ही नहीं दुनिया भर से पर्यटक काशी पहुंचेंगे. यही कारण है कि पहले ही होटल, नाव, बजड़े और क्रूज की बुकिंग पूरी तरह से फुल हैं. देव दीपावली के एक दिन आगे और पीछे होटलों में कमरे खाली नहीं है और जहां कमरे खाली भी हैं तो वहां रेट बहुत ज्यादा है. नाव, बजड़ों और क्रूज का हाल यह है कि मुंहमांगी कीमत पर भी देव दीपावली के दिन पर्यटकों को नाव नहीं मिल रही है. महीने भर पहले ही 70 फीसदी डबल डेकर बजड़ों और बड़ी नावों की बुकिंग हो चुकी है. ऐतिहासिक मौके को यादगार बनाने के लिए दस लाख से अधिक लोगों के काशी आने की संभावना है.