कैंट थाना क्षेत्र के कचहरी चौराहे के पास निर्माणाधीन भवन में बकाया पैसा मांगने पर ठेकेदार/सुपरवाइजर बाबर उर्फ इजहार अहमद की हत्या कर दी गई. पुलिस ने आरोपित ठेकेदार सोहराब को गिरफ्तार कर लिया. यह घटना गुरूवार की सुबह हुई थी और पुलिस ने चंद घंटों के बाद हत्यारोपित को पकड़ कर मीडिया के सामने खुलासा कर दिया. गिरफ्तार हत्यारोपित सोहराबुद्दीन उर्फ सोहराब आलम भेलूपुर थाना क्षेत्र के बजरडीहा मोहल्ले का निवासी है. जबकि मृतक बाबर उर्फ इजहार पहले नई सड़क मोहल्ले में रहता था. अब वह बाबतपुर इलाके में मकान बनवा कर रह रहा था. अल सुबह उसकी मौत की सूचना से परिवारवालों में कोहराम मच गया.
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हत्यारोपित की गिरफ्तारी के बाद गुरूवार की शाम एडीसीपी वरुणा जोन टी सरवरणन व एसीपी कैंट विदुष सक्सेना ने घटना का खुलासा किया. बताया कि कचहरी चौराहे के पास निर्माणाधीन भवन में बाबर उर्फ इजहार अहमद के सिर पर बांस और बल्ली से मारकर हत्या कर दी गई थी पूछताछ में पता चला कि इजहार अहमद उर्फ बाबर और हत्यारोपी सोहराब आलम दोनों मकान बनाने का ठेका लेते थे. बाबर का कुछ पैसा सोहराब के पास बकाया था. बाबर उससे बार-बार अपना बकाया पैसे मांगता और वह सोहराब टालता रहता था. इस दौरान दोनों में ठेके पर काम के मामले को लेकर विवाद भी हुआ था. सोहराब का कहना था कि उसके पास पैसों की कमी थी. इसलिए वह सुबह गोलघर कचहरी के पास बाबर की साइट पर पहुंचा. इस दौरान सोहराब ने बाबर से बकाये की मांग की तो दोनों में विवाद होने लगा. सोहराब ने गुस्से में आकर पास में पड़े बल्ली से बाबर के सर पर वार कर उसे मरणासन्न कर दिया और भाग निकला. भवन में काम कर रहे मजदूर बाबर को लेकर मंडलीय चिकित्सालय पहुंचे, जहां इलाज के दौरान बाबर की मौत हो गई. सूचना पर पुलिस पहुंच गई थी और वह हत्यारोपित की तलाश में जुट गई.
कमीशन पर ठेका दिलवाता था बाबर
जानकारी के अनुसार बाबर लोगों को भवन निर्माण का ठेका दिलवा कर कमीशन लेता था. यही उसकी कमाई थी. ऐसा ही एक ठेका उसने सोहराब को दिलवाया था. इसका कमीशन उसको मिलना था. वह सोहराब से अपने कमीशन के पैसो का तकादा करता, मगर सोहराब उसको टाल देता था. गुरूवार को वह हर हाल में बकाया वसूलने के इरादे से पहुंचा था तो सोहराब ने पैसे की जगह उसे मौत दे दी. हत्यारोपित को गिरफ्तार करनेवाली पुलिस टीम में थाना प्रभारी कैंट अजय राज वर्मा, एसआई पवन पाठक, आयुष पाण्डेय, गौरव सिंह क्राइम ब्रांच, हेड कांस्टेबल बृज बिहारी ओझा, कांस्टेबल सचिन मिश्रा आदि रहे.