वाराणसीः बीएचयू के डॉ सौमक भट्टाचार्या ’यंग अलुमनी अचीवर’ अवार्ड से सम्मानित
वाराणसीः भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (काशी हिन्दू विश्वविद्यालय) के इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ सौमक भट्टाचार्य को आईआईटी कानपुर के यंग अचीवर अवार्ड से सम्मानित किया गया है. यह सम्मान आईआईटी कानपुर के पुरा छात्रों की उपलब्धियों और उनके द्वारा किए गए महत्वपूर्ण योगदानों को मान्यता देता है. डॉ सौमक को यह अवार्ड आईआईटी कानपुर में 27 जुलाई को आयोजित कार्यक्रम में दिया गया.
इस अवसर पर उन्हें गेस्ट स्पीकर के तौर पर भी आमंत्रित किया गया था. बता दें कि डॉ सौमक आईआईटी कानपुर से पढ़ाई पूरी करने के बाद अर्जित अनुभवों और उपलब्धियों को इस आयोजन में साझा किया. डॉ सौमक की इस उपलब्धि पर संस्थान के निदेशक प्रोफेसर अमित पात्रा ने शुभकामना दी है. उनके दो छात्रों को आईईईई एंटीना और प्रोपेगेशन सोसाइटी से भी पुरस्कार प्राप्त हुए हैं.
शोध छात्र दीपक ’आईईईई एंटीना एंड प्रोपेगेशन सोसाइटी फेलोशिप’ अवार्ड से सम्मानित
दूसरी ओर भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (काशी हिन्दू विश्वविद्यालय) के इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग विभाग के शोध छात्र श्री दीपक राम को ’आईईईई एंटीना एंड प्रोपेगेशन सोसाइटी फेलोशिप 2024-25’ अवार्ड से सम्मानित किया गया है. इसके साथ ही इसी विभाग के बीटेक के छात्र श्री मेहुल कुमार साहू को ’आईईईई एंटीना एंड प्रोपेगेशन सोसाइटी अंडरग्रेजुएट समर रिसर्च स्कॉलरशिप अवार्ड से सम्मानित किया गया है. यह दोनों छात्र डॉ सौमक भट्टाचार्या, एसोसिएट प्रोफेसर के मार्गदर्शन में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं.
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अवार्ड देने की यह रही चयन प्रक्रिया
यह जानकारी देते हुए डॉ सौमक ने बताया कि शोध छात्र दीपक राम को यह अवार्ड देने में चयन प्रक्रिया में तीन स्वतंत्र समीक्षक शमिल थे. इनके द्वारा मिले आवेदन के विभिन्न पहलुओं का मूल्यांकन, सलाहकार मूल्यांकन और समर्थन पत्र शामिल किया गया था, जिसके बाद शीर्ष स्कोरिंग आवेदनों का चयन किया गया.
दूसरी तरफ बीटेक के छात्र श्री मेहुल कुमार साहू को उनके शोध प्रोजेक्ट ’’अंतरिक्ष अनुप्रयोगों के लिए ’आईईईई एंटीना एंड प्रोपेगेशन सोसाइटी अंडरग्रेजुएट समर रिसर्च स्कॉलरशिप अवार्ड से सम्मानित किया गया है. डॉ सौमक ने बताया कि 2024 आईईईई एपी-एस यूएसआरएस समिति को कुल 79 आवेदन प्राप्त हुए थे. प्रत्येक आवेदन की समीक्षा कम से कम 3 समीक्षकों द्वारा स्वतंत्र रूप से प्रस्ताव की गुणवत्ता और आवेदक के जीपीए के आधार पर की गई थी. मेहुल को शोध करने के लिए 3,000 यूएस डॉलर की छात्रवृत्ति मिलेगी.