अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने वायनाड त्रासदी पर व्यक्त की संवेदना…

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3 दिन पहले वायनाड में भूस्खलन से आई त्रासदी में शवों मिलने का सिलसिला जारी है. हादसे के चौथे दिन भी गांव और जंगलों के मलबे से लोगों के शव बरामद किये जा रहे हैं. यह आंकडा अब 308 तक पहुंच चुका है. ऐसे में वायनाड त्रासदी पर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपनी संवेदना व्यक्त की है. उन्होंने कहा है कि ”मैं भारत के केरल में हुए विनाशकारी भूस्खलन से प्रभावित लोगों के प्रति गहरी संवेदना जाहिर करता हूं. ”

एक्स पर बाइडेन ने लिखी ये बात

केरल के वायनाड में भूस्खलन से मची तबाही ने देश ही नहीं दुनिया को हिला कर रख दिया है. इसके बाद अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बीते गुरुवार को अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर पोस्ट के माध्यम से वायनाड त्रासदी पर संवेदना व्यक्त की है. जिसमें उन्होंने लिखा है कि, ”हमारी प्रार्थनाएं इस दुखद घटना के पीड़ितों के साथ हैं और हम उन परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है. उन्होंने कहा कि हम जटिल बचाव अभियान में सहायता करने वाले भारतीय सेवा सदस्यों और प्रथम प्रतिक्रियाकर्ताओं की बहादुरी की सराहना करते हैं. हम इस कठिन समय में भारत के लोगों के साथ हैं.”

राहुल- प्रियंका गांधी ने कल वायनाड पीड़ितों से की थी मुलाकात

बीते गुरुवार को कांग्रेस नेता और वायनाड से पूर्व सांसद राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी ने वायनाड त्रासदी के पीड़ितों से मुलाकात की . इस दौरान दोनों लोगों ने भूस्खलन से प्रभावित वायनाड जिले के कई राहत शिविरों का दौरा किया और पीड़ित परिवारों से मुलाकात की. इस दौरान राहुल ने कहा कि, ”आज उन्हें वैसा ही महसूस हो रहा है जैसा अपने पिता राजीव गांधी की मौत पर हुआ था. मेरी दिलचस्पी इस वक्त राजनीति में नहीं वायनाड के लोगों में हैं.”

आपको बता दें कि इससे पहले राहुल और प्रियंका गांधी बुधवार को वायनाड दौरे पर जाने वाले थे,लेकिन वहां के खराब मौसम को देखते हुए उनका दौरा रद्द कर दिया गया था. इसके बाद ये दोनों लोगों गुरूवार यानी कल वायनाड पहुंचे. वहां पहुंच उन्होंने पीड़ितों से मुलाकात की और उन्हें इस मुश्किल हालात से लड़ने का हौसला और हर संभव मदद का आश्वासन दिया.

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वायनाड में कब आई थी त्रासदी ?

आपको बता दें कि, बीती 30 जुलाई की सुबह तड़के करीब 2 बजे वायनाड में पहली लैंडस्लाइड हुई थी, इसके बाद सुबह चार बजे फिर से लैंडस्लाइड हुई थी और फिर तीसरी बार लैंडस्लाइड हुई थी. एक दिन में तीन बार हुई लैडस्लाइड में वायनाड के चार गांव मलबे के ढेर में गिर बन गए, जिनमें से लोगों को निकालने के लिए लगातार बचाव अभियान चलाया जा रहा है. मरने वालों की संख्या रेस्क्यू ऑपरेशन की प्रगति के साथ लगातार बढ़ती जा रही है.

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