सुरक्षा में चूक को लेकर राज्यसभा और लोकसभा में हंगामा , कार्यवाही स्थगित
टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन राज्यसभा से निलंबित
नई दिल्ली: देश के सबसे सुरक्षित कहे जाने वाले संसद भवन में सुरक्षा की बड़ी चूक का मामला सामना आने के बाद आज यानी गुरुवार को संसद के दोनों सदनों में विपक्ष ने कार्यवाही के दौरान जमकर हंगामा किया. विपक्ष ने हल्लाो मचाते हुए गृह मंत्री शाह से संसद में चूक और सुरक्षा में सेंध को लेकर जवाब मांगा है. आपको बता दें कि कल कार्यवाही के दौरान दो युवक सदन में प्रवेश कर गए. दोनों शख्स दर्शक दीर्घा से कूदे थे. कार्यवाही में मौजूद सांसदों के मुताबिक, दोनों युवकों के हाथ में टियर गैस कनस्तर था. दोनों युवकों को सांसदों ने पकड़ा. इसके बाद दोनों को सुरक्षाकर्मियों के हवाले कर दिया गया. संसद के दोनों सदनों में हंगामे को देखते हुए लोकसभा 2 बजे और राज्यसभा 12 तक के लिए स्थगित कर दी गई है.
टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन राज्यसभा से निलंबित
लोकसभा की ही तरह राज्यसभा में भी विपक्षी दलों ने जमकर हंगामा किया. सांसदों ने नारे लगाते हुए संसद की सुरक्षा के मुद्दे पर बहस की मांग की. TMC के सांसद डेरेक ओ’ब्रायन सदन के वेल में आ गए. इस पर राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कड़ी आपत्ति जताई जिसके बाद उन्हें बाकी बचे हुए सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है.
राज्य सभा के सभापति ने फ्लोर लीडरों को चैम्बर में
गौरतलब है कि कल संसद में हुई सुरक्षा चूक के मामले को लेकर आज सदन की कार्यवाही स्थगित किये जाने के बाद राज्य सभा के सभापति ने इस मामलें में बैठक के लिए सारे फ्लोर लीडरों को अपने कार्यालय में बुलाया है. बैठक में संसद सुरक्षा मामलों को लेकर चर्चा हो सकती है.
राष्ट्रपति से मुलाकात कर सकते है विपक्षी दल
इधर, 13 दिसंबर को संसद में हुई सुरक्षा चूक को लेकर I.N.D.I.A गठबंधन के नेता राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के चेंब्रक में मीटिंग के बाद विपक्षी दल राष्ट्रपति से मुलाकात का समय मांगेंगे. विपक्षी पार्टियां इस मुद्दे पर दोनों सदनों में अमित शाह के बयान की मांग भी कर रही है.
सदन में तीन क्रिमिनल बिलों पर बहस
आपको बता दें कि आज लोकसभा में आज तीन नए क्रिमिनल बिल पर बहस होनी है. शुक्रवार 15 दिसंबर को इस पर वोटिंग होगी. गृह मंत्री अमित शाह ने 11 दिसंबर को तीनों पुराने क्रिमिनल बिल वापस लेकर इन्हें पेश किया था. उन्होंने बताया कि पुराने बिल के 5 खंडों में बदलाव किया गया है. ज्यादातर सुधार व्याकरण और भाषा से जुड़े हैं. स्पीकर ओम बिड़ला ने तीनों बिल पर चर्चा के लिए कुल 12 घंटे दिए हैं.