यूपी : चीखती रही गैंगरेप विक्टिम…लेकिन नहीं पसीजा पुलिस का दिल
महिलाओं के खिलाफ अपराध मामले में यूपी पुलिस पर फिर से सवाल उठे हैं। ताजा मामला बुलंदशहर का है, जहां पर 16 वर्षीय गैंगरेप पीड़िता को पुलिस ने कथित रूप से 5 दिनों तक अपनी कैद में रखा। पीड़िता के परिजन उसे रिहा करने की गुहार लगाते रहे।
लेकिन पुलिस ने 5 दिनों तक उसे अपने कब्जे में रखा
पीड़िता ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि बीते 28 दिसंबर को पड़ोसी गांव के कुछ युवक उसका अपहरण कर गाजियाबाद के खोड़ा कॉलोनी ले गए, जहां पर 5 लोगों ने उसके साथ गैंगरेप किया। परिजनों ने लड़की के गायब होने पर पुलिस से शिकायत की, लेकिन 4 जनवरी तक कोई भी एफआईआर नहीं लिखी गई। पीड़िता के भाई ने बताया, ‘7 जनवरी को मेरी बहन को छुड़ा लिया गया, लेकिन पुलिस ने 5 दिनों तक उसे अपने कब्जे में रखा।
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वह चीखती रही कि उसका गैंगरेप हुआ है, लेकिन पुलिस टालमटोल करती रही और उसका मेडिकल परीक्षण भी नहीं होने दिया।’ दूसरी तरफ एएसपी प्रमोद कुमार ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा, ‘उसे बंधक नहीं बनाया गया था, बल्कि महिला पुलिस स्टेशन में रखा गया था। वहां मेडिकल परीक्षण से लेकर कोर्ट में उसके बयान तक की सभी प्रक्रिया पूरी की गई।
पुलिस के पास इस बात के सबूत भी हैं
उसको शुक्रवार को परिजनों को सौंप दिया गया।’ वहीं केस के जांच अधिकारी बच्चू सिंह ने कहा कि नाबालिग लड़की अजय कुमार नामक युवक के साथ भाग गई थी और खोड़ा में उसकी पत्नी बनकर रह रही थी। पुलिस के पास इस बात के सबूत भी हैं। हालांकि पीड़िता ने इन आरोपों को निराधार करार देते हुए कहा कि पुलिस जबर्दस्ती किसी अजय कुमार का नाम लेने को कह रही है, जिसे वह जानती तक नहीं।
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