लखनऊ: उत्तर प्रदेश में जैसे-जैसे उपचुनाव की तारीख नजदीक आ रही है वैसे-वैसे प्रदेश की राजनीति दिन पर दिन गहरी होती जा रही है. लगातार पोस्टरो के जरिए राजनीतिक हमले हो रहे हैं .एक तरफ भारतीय जनता पार्टी और सीएम योगी आदित्यनाथ बाटेंगे तो काटेंगे, एक रहेंगे तो नेक रहेंगे के नारो के साथ चुनावी मैदान में डटे दिख रहे हैं. वहीँ, समाजवादी पार्टी की ओर से लगता हमलावर रुख अपनाया जा रहा है. सपा कार्यालय के बाहर एक नया पोस्टर लगाया गया है जिसमें लिखा है- मठाधीश बाटेंगे और काटेंगे.
सपा का ताजा पोस्टर बना चर्चा का विषय
गौरतलब है कि समाजवादी कार्यालय के बाहर लगा नया पोस्टर एक बार फिर चर्चा का विषय बन गया है. अमित चौबे की ओर से एक पोस्टर जारी किया गया उन्होंने नारा दिया है मठाधीश बाटेंगे और काटेंगे, जबकि PDA जोड़ेगी और जीतेगी. इस नारे पर सीधे तौर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर हमला बोला गया है. इसी के जरिए समाजवादी पार्टी सीधे तौर पर अपने मतदाताओं को टारगेट करती दिख रही है.
नारे का दिख रहा असर…
यूपी की राजनीतिक मैदान में बाटेंगे तो काटेंगे नारे का असर दिख रहा है. इससे अब समझ में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण तेज हो गया है वहीं पीडीएफ यानी पिछड़ा दलित अल्पसंख्यक राजनीति के जरिए जातीय समीकरण साधकर लोकसभा चुनाव 2024 में बेहतर प्रदर्शन किया था वही आप भारतीय जनता पार्टी अखिलेश यादव की इस काट को खोज रही है. लेकिन कड़ा रुख अपनाया जा रहा है.
पोस्टर से सधती राजनीति…
लखनऊ के सपा दफ्तर पर 27 के शताब्दी से लेकर जुड़ेंगे तो जीतेंगे तक के कई पोस्टर लगाए जा चुके हैं. साथी न कटेंगे ना बाटेंगे के संग रहेंगे जैसे भी सपा दफ्तर के बाहर पोस्टर दिखे थे. लेकिन इतने पोस्टr में कभी भी सीएम योगी पर सीधे तौर पर हमला नहीं बोला गया था लेकिन अब मठाधीश ही बाटेंगे के पोस्टर के चलते सीधे तौर पर सीएम योगी पर हमला बोला गया है.
मुख्यमंत्री योगी ने दिया था नारा
बता दे कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकसभा चुनाव के बाद आगरा में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए नारा दिया था. उन्होंने उसे जनसभा में कहा था कि, बाटेंगे तो काटेंगे एक रहेंगे तो नेक रहेंगे. और यही बयान सीएम योगी का हरियाणा में कारगर साबित हुआ था जिसके चलते मुख्यमंत्री योगी की जनसभाओं वाली जगह पर भाजपा कोजीत हासिल हुई थी.