UP: राज्यपाल राम नाईक ने आजम की योग्यता पर उठाए सवाल
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने विधानसभा में संसदीय कार्य मंत्री आजम खां द्वारा विधानसभा में अपने प्रति की गई टिप्पणी को परखने के लिये मांगी गई सामग्री के अवलोकन के बाद विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय को लिखे पत्र में तल्ख रुख अपनाते हुए कहा है कि आजम खां का वक्तव्य उनकी योग्यता पर सवाल उठाता है। राज्यपाल ने शुक्रवार को इस बारे में यह भी कहा कि वह मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को भी यह पत्र भेज रहे हैं।
इसके अलावा जनहित से जुड़े मुद्दे पर विधानसभा अध्यक्ष की टिप्पणी पर भी राज्यपाल ने अपनी बात रखी है। उन्होंने कहा कि मेरे लम्बे राजनीतिक जीवन से एवं राज्यपाल पद के कार्यकाल की अवधि से आप भलीभांति अवगत होंगे कि मैं किस प्रकार जनहित से जुड़े मुद्दों के प्रति संवेदनशील रहा हूं। नाईक ने माता प्रसाद पांडेय से इस सम्बंध में मिलकर चर्चा करने की इच्छा जताई है।
राजभवन के प्रवक्ता के मुताबिक विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय द्वारा गत 15 मार्च को आजम खां की टिप्पणी के बारे में भेजी गयी असंपादित सीडी और लिखित कार्यवाही का अवलोकन करने के बाद राज्यपाल ने उन्हें लिखे पत्र में कहा है- ‘प्राप्त असम्पादित और सम्पादित मुद्रित प्रति के अवलोकन से स्पष्ट है कि संसदीय कार्य मंत्री आजम खां द्वारा आठ मार्च 2016 को विधानसभा में राज्यपाल के प्रति की गई लगभग 60 पंक्ति की टिप्पणी में से 20 पंक्तियां हटा दी गई हैं।’
सपा के कद्दावर नेता व नगर विकास मंत्री मोहम्मद आजम खां की राजभवन पर नाराजगी नई नहीं है। कभी जौहर विश्वविद्यालय के बहाने तो कभी अन्य कोई विधेयक रोके जाने के बहाने आजम राजभवन पर गुस्से का इजहार करते रहे हैं।