पाकिस्तान की जेल में बंद है उन्नाव का युवक, 3 साल पहले हुआ था लापता!
उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले का एक युवक पाकिस्तान की लाहौर जेल में बंद है. वह तीन साल पहले घर से निकला था और फिर वापस नहीं लौटा. परिजनों ने उसकी तलाश की लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला. तीन साल बाद पाकिस्तान दूतावास ने भारतीय दूतावास से युवक के बारे में जानकारी मांगी और बताया कि वह लाहौर जेल में बंद है. यह युवक यूपी के जिला उन्नाव के सदर कोतवाली क्षेत्र का रहने वाला है.
राजस्व और पुलिस की जांच में इसकी पुष्टि भी हो चुकी है. पत्नी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से अपने पति की देश वापसी की गुहार लगाई है. लाहौर जेल में बंद युवक का नाम सूरजपाल है. वह कोतवाली क्षेत्र के अकरमपुर स्थित सुल्तानखेड़ा वार्ड नंबर 48 में रहते हैं. जानकारी के मुताबिक सूरजपाल मानसिक रूप से परेशान रहता था. उसका इलाज भी कानपुर के एक निजी डॉक्टर से चल रहा था.
तीन साल पहले घर से निकला तो वापस नहीं लौटा…
मानसिक परेशानी के चलते सूरजपाल कभी-कभी घर से निकल जाता था और एक-दो दिन बाद वापस लौट आता था, लेकिन करीब तीन साल पहले जब वह घर से निकला तो वापस ही नहीं लौटा. इसके बाद उनकी पत्नी सुरजा देवी और बेटा पिंटू काफी देर तक आसपास के गांवों और रिश्तेदारों के यहां जाकर जानकारी ली, लेकिन कुछ पता नहीं चल सका. थक-हारकर परिजनों ने उम्मीद छोड़ दी. इसी बीच 18 नवंबर 2020 को पिता उमाशंकर की भी मौत हो गयी. जिसके कारण परिवार पर जिम्मेदारियां और अधिक बढ़ गईं.
पाकिस्तान दूतावास ने भारतीय दूतावास से संपर्क किया…
तीन साल बाद अब पाकिस्तान दूतावास ने भारतीय दूतावास से संपर्क कर सूरजपाल के बारे में पूरी जानकारी मांगी है. दूतावास ने बताया कि सूरजपाल को बिना किसी पासपोर्ट और अनुमति के पाकिस्तान सीमा में प्रवेश करने के अपराध में लाहौर जेल में रखा गया है. अगर वह मानसिक रूप से परेशान या विक्षिप्त है तो इसकी पूरी जानकारी दें. दूतावास ने संबंधित जिले को पत्र भेजकर पूरे प्रकरण की जानकारी दी है. फिलहाल जांच के बाद रिपोर्ट भेजी जाएगी. इसके बाद दूतावास आगे की कार्रवाई तय करेगा.
पाकिस्तान कैसे पहुंचा सूरजपाल?
ये तो सभी जानते हैं कि भारत और पाकिस्तान की सीमा पार करना कोई मामूली बात नहीं है. लेकिन मानसिक रूप से परेशान सूरजपाल कैसे उन्नाव से पाकिस्तान की सीमा पार कर गया, यह बड़ा सवाल है। उधर, विभाग की ओर से की गई जांच में यह भी सामने आया है कि करीब एक साल पहले पत्नी सुरजा देवी अपने पति की तलाश में वाघा बॉर्डर गई थी. लेकिन उस वक्त क्या हुआ इसकी कोई जानकारी नहीं मिल सकी. उनके पति से जुड़ी कई जानकारियां मांगी गईं और जब सूरजपाल को पाकिस्तान की जेल में बंद होने की बात बताई गई तो उन्हें इस बात पर यकीन हो गया.
पत्नी ने सीएम योगी और पीएम मोदी से मांगी मदद…
भारतीय दूतावास से पति की पहचान से जुड़े सभी दस्तावेज मांगे गए हैं. पत्नी सुरजा देवी ने पति की वतन वापसी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाई है. उन्होंने कहा कि पुलिस यहां आई और पूछा कि क्या आपके पति गायब हैं, हमने कहा कि वह गायब हैं, हमें फोटो दिखाया और हमने उसे पहचान लिया. मेरे पति पाकिस्तान में हैं मोदी जी और योगी जी मेरे पति को पाकिस्तान से ले आइये. जब कोई मेरे साथ नहीं तो मैं किसके साथ जाऊं? वहीं मां ने बताया कि उन्होंने अपने बेटे को 3 साल से नहीं देखा है. मुझे अपने बेटे की बहुत याद आती है, योगी जी, मोदी जी रोते-रोते मेरी आंखें खराब हो गई हैं, मोदी जी हमारे बेटे को ले आओ.
इस पूरे मामले पर एडीएम नरेंद्र सिंह ने बताया कि सूरजपाल के पिता का नाम उमाशंकर है. उनका गांव अकरमपुर का सुल्तान खेड़ा है, जो सदर तहसील के अंतर्गत कोतवाली क्षेत्र में आता है. उससे पूछा गया कि वह कहां रह रहा है और सत्यापन करने आया है. देखने में आया कि उसके नाम पर जमीन, पत्नी और बच्चे हैं. नागरिकता के बारे में जानकारी मांगी गई थी. पत्र लिखकर रिपोर्ट तलब की गई है. जल्द ही पूरी जानकारी दूतावास को भेज दी जाएगी.
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