UN ने नहीं लगाया आतंकी मसूद पर बैन, भारत निराश
वाशिंगटन। भारत ने कहा है कि वह इस बात को लेकर निराश है कि पठानकोट आतंकवादी हमले के मुख्य षडयंत्रकर्ता एवं जैश ए मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र समिति में सूचीबद्ध करने के उसके आवेदन पर एक तकनीकी रोक लगा दी गई है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा कि हम निराश हैं कि आतंकवादी नेता मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की उस समिति में सूचीबद्ध करने के भारत के आवेदन पर एक तकनीकी रोक लगा दी गई है, जिसकी स्थापना संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद प्रस्ताव नम्बर 1267, 1989 और 2253 के तहत हुई है।
भारत ने जैश-ए- मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर पर बैन लगाने की कोशिश नाकाम होने के बाद चीन पर आतंकियों और पाकिस्तान को बचाने का आरोप लगाया है। यूएन में जारी न्यूक्लियर सिक्युरिटी समिट के दौरान भारत की तरफ से जारी एक बयान में चीन और पाकिस्तान का नाम नहीं लिया गया है।
बता दें कि भारत पठानकोट हमले के मास्टरमाइंड मसूद अजहर पर बैन की मांग कर रहा था लेकिन चीन ने इसे वीटो कर दिया था।
बयान मे कहा गया है कि 2001 से जैश यूएन सिक्युरिटी काउंसिल की बैन लिस्ट में शामिल है। क्योंकि वो आतंकी संगठन है और उसके अल-कायदा से लिंक हैं। इसमें आगे कहा गया है कि लेकिन तकनीकी कारण की वजह से जैश के सरगना पर बैन नहीं लगाया जा सका है।
यूएन कमेटी में 31 मार्च को अजहर मसूद को बैन करने पर फैसला होना था। कमेटी में शामिल 15 में से 14 देश इसके हक में थे। बैन के सपोर्ट में अमेरिका, यूके और फ्रांस जैसे देश थे। सिर्फ चीन ने इसके विरोध में वीटो कर दिया।
हैरानी की बात ये है कि चीन ने इसकी वजह भी नहीं बताई। माना जाता है कि चीन ने पाकिस्तान की वजह से ऐसा किया। भारत सरकार के मुताबिक, बैन करने के फैसले से पहले चीन ने पाकिस्तान से बात की थी।