वाराणसी में कैंसर पीड़ित यूकेजी का छात्र बना एक दिन का एडीजी, पुलिसकर्मियों ने दी सलामी
कैंसर से पीड़ित यूकेजी के एक छात्र को एक दिन के लिए वाराणसी जोन का एडीजी बनने का मौका मिला. मंगलवार 25 जून को यह उपलब्धि उसे जोन के अपर पुलिस महानिदेशक पीयूष मोर्डिया ने प्रदान की. सात साल के प्रभात कुमार रंजन को अंतिम स्टेज का कैंसर है. उसकी इच्छा पर उसे एक दिन के लिए एडीजी जोन की कुर्सी पर बैठाया गया, जहां पुलिसकर्मियों ने उसे सलामी दी. यह क्षण पुलिस कर्मियों समेत छात्र और उसके परिजनों के लिए बहुत भावुक रहा. उसके एडीजी का पदभार ग्रहण करने के बाद पुलिसकर्मियों व गारद ने सलामी दी.
परेड और कार्यालय का किया निरीक्षण
एडीजी का चार्ज लेने के बाद एक दिन के एडीजी ने कार्यालय और परेड का निरीक्षण किया और पुलिस की कार्यप्रणाली के बाबत जानकारी हासिल की. इस दौरान पुलिस अधिकारियों ने उसके साथ महकमे के बारे में जानकारी साझा की. दरअसल, बिहार के सुपौर जिले के तेकुना प्रतापगंज निवासी रंजीत कुमार दास का पुत्र प्रभात सात साल का है और वह ब्रेन के कैंसर से अंतिम स्टेज से पीड़ित है. वाराणसी के लहरतारा स्थित टाटा मेमोरियल अस्पताल में प्रभात का उपचार चल रहा है. मेक ए विश नामक संस्था की ओर से गंभीर रूप से पीडित बच्चों की इच्छाओं को पूरा किया जाता है.
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बडा होकर बनना चाहता है आईपीएस
संस्था के सदस्यों ने कैंसर अस्पताल में प्रभात से मुलाकात की थी. इस दौरान उसने आईपीएस बनने की इच्छा जाहिर की थी. संस्था के लोगों से इसकी जानकारी होने पर एडीजी जोन पीयूष मोर्डिया ने मंगलवार को बच्चेे को उसके पिता रंजीत और संजू के साथ अपने कार्यालय बुलाया. साथ में संस्था के लोग भी थे. एडीजी ने उसकी इच्छा को ध्यान में रखकर यूकेजी के छात्र को एक दिन का प्रभार सौंपा और चार्ज लेने के बाद प्रभात को गुलदस्ता भेंट किया. कार्यालय के सभी पुलिसकर्मी उससे मिले और छात्र की इच्छा की पूर्ति की.