police recruitment exam का पेपर लीक करने में लगे दो शातिर गिरफ्तार

संगठित गिरोह के हैं सदस्य, शामली का है मोनू गुर्जर और बिहार का रजनीश रंजन

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यूपी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड द्वारा 17 और 18 फरवरी को आयोजित पुलिस आरक्षी प्रतियोगी परीक्षा में सेंध लगाकर पेपर लीक करने का प्रयास करने वाले गिरोह का यूपी एसटीएफ ने शुक्रवार को पर्दाफाश किया. एसटीएफ ने गैंग के दो शातिर सदस्यों मोनू कुमार गुर्जर और रजनीश रंजन को झांसी जिले के नवाबाद थाना क्षेत्र में पुलिस लाइन के पास से गिरफ्तार किया है. इनमें मोनू कुमार शामली जिले के कांधला थाना क्षेत्र के बड़ी रामकौर गांव का और रजनीश बिहार के नालंदा जिले के अमोर मोड़ का निवासी है. टीम ने इनके पास से एक स्कार्पियों, एक फारच्यूनर कार, दस प्रवेश पत्र की छाया प्रति, तीन मोबाइल, आधार कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस बरामद किया है.

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जानकारी के अनुसार एसटीएफ को पुलिस आरक्षी भर्ती ऑनलाइन परीक्षा में धांधली करने वाले गिरोह के बारे में सूचनाएं मिल रही थीं. गिरोह के लोगों की धर-पकड़ के लिए अपर पुलिस अधीक्षक फील्ड यूनिट नोएडा के राजकुमार मिश्रा, पुलिस उपाधीक्षक नवेंद्रु कुमार, एसआई अक्षय पीके त्यागी आदि की टीम गठित की गई. 15 फरवरी को मुखबिर ने बताया कि शामली के गढ़ी रामपुर गांव निवासी मोनू कुमार गुर्जर परीक्षा से सम्बन्धित पेपर लीक कराने के प्रयास में जुटा हैं. वह अपने गैंग के साथी के साथ अभ्यार्थियों से पैसा लेकर झांसी पुलिस लाईन्स के सामने से निकलने वाला है. इसके बाद एसटीएफ नोएडा की टीम झांसी की क्राईम टीम को लेकर पुलिस लाइन के पास पहुंच गई. चेकिंग के दौरान घेराबंदी करके दोनों को पकड़ लिया गया.

नौसेना में भर्ती हुआ था मोनू गुर्जर, फिर करने लगा फर्जीवाड़ा

मोनू कुमार उर्फ मोनू गुर्जर ने पूछताछ में बताया कि वह बीए पास है. वर्ष 2010 में इंटर पास कर भारतीय नौ-सेना में भर्ती हुआ था और उसने उड़ीसा चिलका में ट्रेनिंग की थी. ट्रेनिंग के दौरान छुटटी पर आया था और फिर वापस नौकरी पर नही गया. उसने वर्ष 2015 में बीए में प्रवेश लिया. साथ ही मुखर्जी नगर के एक कोचिंग में एसएससी की तैयारी करने लगा. कोचिंग के दौरान ही उसकी मुलाकात परीक्षा में धांधली करनेवाले मथुरा के मोनू पंडित से हुई. मोनू ने उसे धांधली के गुर सिखाए और वह भी इसी धंधे में लिप्त हो गया. मोनू कुमार ने वर्ष 2022 में झांसी में ऑनलाइन प्रतियोगी परीक्षाएं कराने के लिए एक लैब भी स्थापित कर ली थी. वहां होनेवाली परीक्षाओं में गैंग के साथ मिलकर बडे़ पैमाने पर ऑनलाइन परीक्षाओं में धांधली करने लगा.

दो साल पहले टीईटी परीक्षा का पेपर किया था लीक

मोनू ने बताया कि दो साल पहले टीईटी परीक्षा का पेपर उसने ही लीक किया था. इसी धंधे के दौरान मोनू गुर्जर की जालसाजी गिरोह के मेरठ निवासी आशीष पालीवाल और अतुल पालीवाल से हो गई. उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा में भी इस गैंग ने प्रत्येक अभ्यर्थी पेपर आउट कराकर उसे पढ़वाने के लिए 8-10 लाख रूपया तय किया था. इसी बीच मोनू गुर्जर की मुलाकात रजनीश रंजन से हुई और वह बिहार की प्रतियोगी परीक्षाओं की धांधली में भी लिप्त हो गया. मोनू गुर्जर ने बताया कि वर्ष 2023 में राम मनोहर लोहिया अस्पताल की हुई परीक्षा उसकी खुद की झांसी स्थित रघुनाथ प्रसाद तिवारी लैब में हुई थी. उसमें रिमोट एक्सेस से पेपर कराया जाना था, परन्तु सर्वर डाउन हो जाने के कारण यह परीक्षा नही हो पाई थी. दो साल पहले हरियाणा में वेटनरी की प्रतियोगी परीक्षा का पेपर मोनू पंडित लेकर उसके पास आया था. इन्होंने अभ्यार्थियों को पढवाया था और इसकी एवज में प्रत्येक अभ्यर्थी से 8 लाख रूपया लिया था. लेकिनयह परीक्षा बाद में निरस्त हो गयी. दोनों जालसाजों के खिलाफ झांसी के नवाबाद थाने में एसटीएफ ने विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कराया है.

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