वाराणसी में महिला को झांसा देकर टप्पेबाजी करने वाले दो गिरफ्तार, 6 लाख के जेवर बरामद
वाराणसी में तंत्र-मंत्र और ज्योतिष का झांसा देकर महिला से टप्पेबाजी करने वाले दो आरोपियों को चेतगंज पुलिस ने एक सौ से अधिक सीसीटीवी फुटेज की मदद से गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों के पास से पुलिस ने करीब 6 लाख रूपये के टप्पेबाजी के आभूषण भी बरामद किये. घटना का राजफाश करते हुए एसीपी चेतगंज गौरव कुमार ने बताया कि यह सफलता चेतगंज थाना प्रभारी निरीक्षक आशीष कुमार मिश्रा के नेतृत्व में गठित टीम को मिली है.
उत्तराखंड के हैं दोनों आरोपी
एसीपी ने बताया कि गत 9 जुलाई को मॉर्निंग वॉक पर निकली बुजुर्ग महिला को पिपलानी कटरा के पास उसके बेटे की मौत की बात करके सभी आभूषण उतरवाकर एक रूमाल में रखवा लिया और झांसा देते हुए आभूषण वाले रूमाल की जगह छोटे छोटे पत्थर रखा हुआ रूमाल पीड़िता को पकड़ा दिया. एफआईआर के बाद चेतगंज पुलिस ने दरोगा अभिषेक कुमार त्रिपाठी, दरोगा सुफियान खान, दरोगा पार्थ तिवारी, सिपाही अभ्युदय सिंह और सर्विलांस के कांस्टेबल अश्वनी सिंह को लगाया गया. टीम ने उत्तराखंड के उधमसिंह नगर के गदरपुर के ठंढानाला गुलरभोज निवासी सैफ अली और मुजाहिर को गिरफ्तार किया है.
एसीपी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के पास से टप्पेबाजी के करीब छह लाख रुपये मूल्य के गहने जिसमें 1 चेन लाकेट के संग, 4 कंगन, 2 अंगूठिया, 2 चांदी अंगूठियां, 2 कान के टापस, 2 टापस कान बांधने वाली जंजीर, एक काली बैग और 62 नग बरामद किया गया है. एसीपी ने बताया कि गिरफ्तार सैफ अली का पुराना आपराधिक इतिहास है. सैफ के ऊपर गोरखपुर के कैंट थाने में 2, गाजियाबाद कमिश्नरेट के इन्द्रापुरम ट्रांस हिण्डन थाने में 3 और वाराणसी के चेतगंज में 1 कुल 6 मुकदमें दर्ज है. जबकि मुजाहिर हुसैन पर चेतगंज का पहला आपराधिक मुकदमा है.
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टेलीग्राम के जरिए निवेश करने के नाम पर जालसाजी
काशी हिंदू विश्वविद्यालय स्थित भगवान दास छात्रावास के ज्ञानेंद्र कुमार पांडेय के खाते से 75000 रुपए यूपीआई के माध्यम से निकाल लिए गए. छात्र की शिकायत पर लंका थाने में फ्रॉड करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया. छात्र का आरोप है कि टेलीग्राम चैनल के माध्यम से निवेश करने के लिए प्रेरित किया गया. शुरुआती दौर में 1000 रुपये निवेश से 1500 रुपये प्राप्त हुए. फिर 2000 के इन्वेस्टमेंट से 2700 रुपये मिले. इसके बाद क्रिप्टो के क्लोन वेबसाइट पर डायरेक्ट किया गया, जहां निवेश बताकर 75000 रुपये यूपीआई के माध्यम से निकाल लिए गए. इसके बाद अकाउंट को ब्लॉक कर दिया. जैसे ही अकाउंट से पैसा काटने का मैसेज मिला छात्र ने साइबर सेल में शिकायत की थी. साइबर सेल में शिकायत करने के बाद पैसे को होल्ड करा दिया गया.