वसूली मामले में दो कथित पत्रकार कानपुर प्रेस क्लब से गिरफ्तार…
गलत पर आवाज बुलंद करने वाले देश के चौथे स्तम्भ मीडिया में कुछ कथित पत्रकार अपने स्वार्थ के लिए किसी भी स्तर पर चले जा रहे हैं. मीडिया से जुड़कर अपनी कलुषित मानसिकता का परिचय दे ही देते हैं. इससे पत्रकारिता जैसे पवित्र पेशे पर आंच आनी स्वाभाविक है. ऐसा ही एक मामला कानपुर से आया, यहां के दो कथित पत्रकार वसूली के आरोप में गिरफ्तार किये गये हैं. बताया जाता है कि दो दिन पहले एक डीसीएम चालक से वसूली करने के मामले में दोनों कथित पत्रकारों को पकड़ा गया है.
शनिवार को पुलिस ने इन दोनों आरोपित कथित पत्रकारों को कानपुर प्रेस क्लब से गिरफ्तार किया है, इसमें से एक का नाम दिवस पांडेय है और वह कानपुर प्रेस क्लब के कार्यकारिणी का सदस्य बताया गया है. पुलिस के अनुसार, दोनों कथित पत्रकार यहां से भागने की फिराक में थे, लेकिन उनके शहर से भागने से पहले ही बर्रा बाईपास के पास से उन्हें गिफ्तार कर लिया गया. जबकि दूसरे कथित पत्रकार का नाम कमलेश फाइटर बताया गया है.
कमलेश पर पहले से दर्ज हैं दो मुकदमे
आपको बता दें कि, वसूली के मामले में गिरफ्तार दूसरे कथित पत्रकार कमलेश फाइटर के खिलाफ पहले भी दो मुकदमे दर्ज हो चुके हैं. यह मुकदमे थाना नजीराबाद में दर्ज कराए गए है. जिसमें से एक एफआईआर गेस्ट हाउस संचालक द्वारा और दूसरा मुकदमा गन हाउस संचालक ने दर्ज कराया है. अब वसूली मामले की भी पुलिस ने पड़ताल शुरू कर दी है. देखना होगा इस मामले में और क्या सामने आता है.
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ऐसे करते थे वसूली
बता दें कि, कमलेश फाइटर के ऊपर अबतक कुल 5 मुकदमें दर्ज हो चुके है. पहले जिन दो मामलों का जिक्र किया गया था, उससे पहले भी साल 2017 से 2024 तक कुल 10 मुकदमे दर्ज हो चुके है. जिसमें से अधिकतर रंगदारी और वसूली के मामले हैं. बताया जाता है कि, कमलेश फाइटर पत्रकारिता की आड़ में अपराधिक गतिविधियों में संलिप्त था. वह निर्माणाधीन इमारतों की तस्वीर खींचकर पत्रकारिता के नाम पर धौंस जमाता और वसूली करता था. सूत्रों ने बताया कि मुस्लिम इलाकों में लोग अपनी दीवारों और टॉयलेटों को खड़ी करने से घबराते थे, क्योंकि इन इलाकों में रियाज नामक व्यक्ति भी सक्रिय था. यह फाइटर को निर्माण की मुखबिरी करता था. रियाज भी पत्रकारिता की आड़ लेकर गलत कार्य करता रहा. पुलिस ने दो दिन पहले उसे गिरफ्तार किया था.