सीरिया मामले में पुतिन और तुर्की के राष्ट्रपति ने की वार्ता
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन सीरिया मामले पर बुधवार को मॉस्को में वार्ता करेंगे। तुर्की का कहना है कि वह अंकारा के तथाकथित ‘‘सुरक्षा क्षेत्र’’ उत्तरी सीरिया पर ध्यान केन्द्रित करेंगे। दोनों नेता इस संघर्ष में आमने-सामने हैं। रूस जहां सीरिया सरकार को महत्वपूर्ण समर्थन देता है वहीं तुर्की सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद की सेनाओं से लड़ने वाले विद्रोही समूहों का समर्थक है।
इसके बावजूद दोनों ने सात वर्ष से जारी संघर्ष के निपटारे के लिए काफी निकटता से काम किया है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के सीरिया से 2000 अमेरिकी सैनिकों को वापस बुलाने की पिछले महीने की घोषणा के बाद रूस और तुर्की दोनों सीरिया में जमीनी अभियान में एक साथ काम करने पर सहमत हैं।
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एर्दोआन ने सोमवार को कहा कि वह पुतिन के साथ उत्तरी सीरिया में एक तुर्की-नियंत्रित “सुरक्षा क्षेत्र” के निर्माण पर बात करेंगे। यह सुझाव ट्रम्प ने दिया था। तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने अमेरिका के साथ बढ़ते तनाव के बीच कहा कि उनका देश ‘‘आर्थिक तख्तापलट की कोशिश’’ के खिलाफ मजबूती से खड़ा रहेगा।
एर्दोआन ने आज अंकारा में हजारों समर्थकों से कहा कि देश को ‘‘अर्थव्यवस्था, प्रतिबंधों, विदेशी मुद्रा, ब्याज दरों और महंगाई से डराया’’ जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘हम उन्हें बताते हैं कि हमने उनका खेल देखा है और हम उन्हें चुनौती देंगे।’’ अमेरिका ने तुर्की पर प्रतिबंध लगाए हैं और धमकी दी है कि अगर नजरबंद किए गए अमेरिकी पादरी को रिहा नहीं किया गया तो उस पर और प्रतिबंध लगाए जाएंगे।
तुर्की की मुद्रा लीरा का मूल्य इस साल की शुरुआत से लेकर अब तक डॉलर के मुकाबले 38 फीसदी तक गिरा है और इस सप्ताह यह 7.24 के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई। वैश्विक रेटिंग एजेंसी स्टैंडर्ड एंड पुअर्स (एस एंड पी) ने तुर्की की कर्ज रेटिंग घटा कर ‘बी+’ कर दी है साथ ही पूर्वानुमान जताया है कि देश 2019 में मंदी का सामना कर सकता है।
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