कार्तिक मास का हिंदू धर्म में विशेष महत्व माना गया है। वैसे तो हिंदू धर्म में प्रत्येक मास का अपना महत्त्व है। परंतु पुराणों की मानें तो कार्तिक मास के समान कोई दूसरा महीना नहीं है। कार्तिक मास की महिमा का पुराणों में वर्णन करते हुए कहा गया है कि जिस तरह से सतयुग के समान कोई युग, गंगा के समान कोई तीर्थ और वेद के समान कोई शास्त्र नहीं है। उसी तरह कार्तिक मास के समान कोई माह नहीं होता। इसी महीने शुक्लपक्ष को देवउठनी एकादशी भी है जिसे तुलसी विवाह का दिन भी मानते हैं।
धार्मिक मान्यता:
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक भगवान विष्णु चतुर्मास के आरंभ होने पर योग निद्रा में चले जाने से दुनिया का कार्यभार भगवान शिव के कंधे पर होता है। जबकि कार्तिक मास की देवउठनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु चार माह के आराम के बाद जागते हैं। यही वजह है कि इस दिन को देवउठनी एकादशी के नाम से जाना जाता है। इस दिन से सभी शुभ और मांगलिक कार्य प्रारंभ किए जाते हैं।
तुलसी विवाह शुभ मुहूर्त 2021:
15 नवंबर 2021 यानी कि सोमवार को इस साल तुलसी विवाह है। द्वादशी तिथि सोमवार, 15 नवंबर 2021 को सुबह 06 बजकर 39 मिनट से आरंभ होगी और मंगलवार, 16 नवंबर 2021 को सुबह 08 बजकर 01 मिनट पर समाप्त होगी।
तुलसी पूजा में रखें इन बातों का ख्याल:
1. धार्मिक मान्यता है कि इस दिन हर सुहागिन स्त्री को तुलसी विवाह जरूर करना चाहिए।
2. इस दिन सच्चे मन से पूजा-आराधना करने पर अंखड सौभाग्य और सुख-समृद्धि का प्राप्ति होती है।
3. इस दिन तुलसी चबूतरे पर तुलसी पौधे के साथ शालीग्राम को रखें और तिल चढ़ाएं।
4. इस दिन मां तुलसी को सुहाग का सामान और लाल चुनरी जरूर अर्पित करना चाहिए।
5. मां तुलसी की पूजा के बाद 11 बार परिक्रमा करें।
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