डिप्टी स्पीकर को लेकर फंसा पेंच, ममता ने किया अवधेश प्रसाद का समर्थन …
देश में 18वीं लोकसभा में अब डिप्टी स्पीकर को लेकर पेंच फंस गया है, इस पद के लिए इंडिया गठबंधन अभी तक एक नाम तक नहीं चुन सका है, वहीं ममता ने कांग्रेस का खेल बिगाड़ने के लिए सपा का समर्थन कर दिया है और समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद के नाम प्रस्ताव रखा है. बताया जा रहा है कि रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने बंगाल की सीएम ममता बनर्जी को फ़ोन किया कि वह डिप्टी स्पीकर के लिए एनडीए का समर्थन करें.
ममता ने कर दिया खेल …
अब खबर यह है कि ममता ने समर्थन के बजाय राजनाथ सिंह को एक दूसरा ही ऑफर दे दिया है. ममता की तरफ से सपा के टिकट पर अयोध्या से जीते अवधेश प्रसाद के नाम का प्रस्ताव कर दिया गया है. वह चाहती हैं कि अवधेश प्रसाद को डिप्टी स्पीकर बना दिया जाए, क्योंकि वहां पर उन्होंने भाजपा को हराया है. इस नाम को लेकर भाजपा के लिए काफी चुनौती है जिसके कारण भाजपा ने यह सीट गंवाई, उसे यह पद देने में बहुत असहज लगेगा.
इंडिया गठबंधन में सहमति नहीं क्या?…
बता दें कि दूसरी तरफ कांग्रेस अभी भी डिप्टी स्पीकर का पद चाहती है लेकिन अब यह मामला फंस चुका है. कहा जा रहा है कि इस बात पर एनडीए और विपक्ष में सहमति नही बन रही है और न ही इंडिया गठबंधन में इस पद को लेकर एक शुर दिखाई दे रहा है. कहा जा रहा है कि यहां भी स्पीकर पद की तरह चुनाव की स्थिति बन रही है.
कितना अहम् है यह पद…
बता दें कि यह पद उतना ही अहम् है जितना स्पीकर का. संविधान का अनुच्छेद 95 कहता है कि डिप्टी स्पीकर, स्पीकर का काम तब संभालता है जब वह सदन में गैर मौजूद होते हैं या वह पद खाली होता है.
यह भी नियम है कि यदि स्पीकर का पद खाली है और सदन में डिप्टी स्पीकर नहीं है, तब राष्ट्रपति के द्वारा नामित लोकसभा का सदस्य सदन की कार्यवाही संभालता है. संविधान ने डिप्टी स्पीकर को भी वही शक्तियां दी हैं, जो स्पीकर को दी है.
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टीएमसी, एसपी और कांग्रेस में बन रही रणनीति…
सूत्रों के मुताबिक, तृणमूल महासचिव अभिषेक बनर्जी, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और विपक्ष के नेता राहुल गांधी पहले ही इस पर चर्चा कर चुके हैं. अन्य सहयोगियों से भी इस पर बात की जा रही है. सूत्रों के मुताबिक, अवधेश प्रसाद को उम्मीदवार बनाने का विचार पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी का था. उन्होंने ये बात अपने भतीजे अभिषेक से कही. तीनों दलों को लगता है कि फैजाबाद सांसद अवधेश प्रसाद एक अलग तरह के कैंडिडेट होंगे और उनकी उम्मीदवारी एक मजबूत संदेश देगी.