ट्रैफिक सिपाही ने पत्रकार को बुरी तरह से पीटा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में ट्रैफिक पुलिस की हैरान करने वाली तस्वीर सामने आई है। आरोप है कि लंका थाना क्षेत्र स्थिति एक चौराहे के पिकेट पर खड़े पत्रकार के साथ पहले ट्रैफिक सिपाही ने गाली-गलौच की। इसके बाद उसे दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। जिसके बाद वहां मौजूद लोगों ने बीच-बचाव कराया। तब जाकर आरोपी सिपाही ने युवक को छोड़ा।
मिली जानकारी के मुताबिक, लंका थाना क्षेत्र के मालवीय चौराहे के पिकेट पर खड़े पत्रकार को ट्रैफिक सिपाही अरविंद सरोज ने पिटाई कर दी। ट्रैफिक सिपाही के इस रवैये को देख वहां मौजूद हर कोई अवाक रह गया। जिसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी। जब तक पुलिस कर्मी घटना स्थल पहुंचते और पूरा माजरा समझ पाते तब तक आरोपी सिपाही साथी होमगार्ड के साथ चलता बना।
ट्रैफिक सिपाही ने की मारपीट
पीड़ित तौफीक अहमद खां ने बताया कि वह एक मीडिया संस्थान में कार्य करता है। उसके साथ अरविंद सरोज नाम के ट्रैफिक सिपाही ने मारपीट की है। पीड़ित युवक का कहना है कि अगर मौके पर मौजूद लोग उसे न बचाते तो सिपाही उसकी जान लेने पर उतारू था।
सिर्फ इस वजह से कर दी पिटाई
पत्रकार की गलती सिर्फ इतनी थी कि वह पुलिस पिकेट पर खड़ा हो गया था। इसी बीच ट्रैफिक सिपाही आ धमका पहले उसने युवक को गाली दी। जब पत्रकार ने इसका विरोध किया तो सिपाही वर्दी का रौब दिखाते हुए मारपीट पर उतर आया। यह नजारा देख वहां मौजूद लोग पूरी दंग रह गए।
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नजारा देख हर कोई हैरान
स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर पिकेट पर युवक खड़ा ही गया था तो सिपाही को भी सभ्य तरीका अपनाना चाहिए। उसे गाली देने के बजाय संतुलित शब्दों में पिकेट छोड़ने की बात कह देता। लेकिन, सिपाही ऐसा कहना मुनासिब नहीं समझा। लिहाजा, मारपीट और गाली-गलोज पर उतर आया। हालांकि बाद में लंका थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी युवक को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया।
सिपाही लाइन हाजिर
यातायात पुलिस अधीक्षक वाराणसी ने मामले की गंभीरता को समझते हुए आरोपी सिपाही अरविंद सरोज को लाइन हाजिर कर दिया है। आरोप यह भी है जब ट्रैफिक सिपाही पत्रकार को गाली और मारपीट की घटना को अंजाम दे रहा था। इस मौके पर और भी पुलिस कर्मी मौजूद थे। लेकिन सभी तमाशाबीन बने हुए थे। तब किसी पुलिस कर्मी ने बीच-बचाव की कोशिश नहीं की। स्थानीय लोगों को मामले में हस्ताक्षेप करना पड़ा था।