आखिर क्यों गुस्से में हैं ‘गंगापुत्र’ ?
वाराणसी में गंगा पुत्र कहे जाने वाले नाविक गुस्से में हैं। गंगा में क्रूज के संचालन के विरोध में नाविकों ने अब मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। नाविकों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर रोजगार छीनने का आरोप लगाया है। नाविकों ने बुधवार को नौकायन ठप कर प्रदर्शन किया। इसकी वजह से बाहर से आने वाले सैलानियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
आखिर क्यों गुस्से में नाविक
नाविकों के गुस्से की असल वजह क्रूज है। पिछले दिनों योगी सरकार ने गंगा में क्रूज के संचालन को हरी झंडी दी। इसके बाद गंगा में अलकनंदा क्रूज का संचालन भी शुरु हो गया। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में कुछ और क्रूज गंगा की लहरों में उतर सकते हैं।
हाईटेक और अत्याधुनिक संसाधनों से युक्त ये क्रूज कम पैसे में सैलानियों को बेहतरीन सुविधा भी देते हैं। ऐसे में इनकी डिमांड तेजी से बढ़ने लगी है। यही बात अब नाविकों को परेशान कर रही है। नाविकों को डर है कि अगर गंगा में क्रूज की संख्या तेजी से बढ़ती है तो उनके रोजगार पर संकट आएगा। सैलानी नावों के बजाय क्रूज को ज्यादे तरजीह देंगे।
नाविकों ने किया प्रदर्शन
नाविकों ने स्थानीय प्रशासन से गंगा में क्रूज के संचालन को बंद करने की अपील की है। इसे लेकर नाविकों ने बुधवार को हड़ताल पर चले गए। गंगा किनारे नाव खड़ी थी और घाटों पर नाविकों का शोर था। नाविकों ने बैठक की और मोदी सरकार को आगाह करते हुए कहा कि अगर जल्द उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया जाता है तो वे आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
नाविकों ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव लड़ने से पहले गंगा की कसम खाते थे। गंगा को मां बुलाते हैं। लेकिन उनका ये रवैया हैरान करने वाला है। अगर सरकार उनकी बातों पर ध्यान नहीं देती है तो नाविकों का एक दल पूरे भारत में भ्रमण कर पीएम मोदी को बेनकाब करेगी।
रिपोर्ट- आशुतोष सिंह
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