जौनपुर में शौचालय घोटाला : ग्राम प्रधान व सचिव को जारी हुई नोटिस
किसी के नाम दो तो किसी के नाम तीन-तीन शौचालय आवंटित
स्वच्छता के उद्देश्य से स्वच्छ भारत मिशन योजना के क्रियान्वयन से कई गांवों का सुधार तो हुआ लेकिन इसमें घोटाले और मनमानी भी हुई. यह भ्रष्टाचार ग्राम प्रधानों और सचिवों की मिलीभगत से हुआ. ताजा मामला उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के सुजानगंज के बारा ग्राम पंचायत का सामने आया है. यहां एक ही परिवार को तीन शौचालय दे दिये गये. इनमें पति के नाम से एक और पत्नी के नाम से दो शौचालय बनवाए गए हैं. इस मामले में ग्राम प्रधान व सचिव को नोटिस जारी किये गये हैं.
खुद के खर्च पर शौचालय बनवाने वालों के नाम भी हो गया भुगतान
जानकारी के अनुसार फरवरी 2023 में बारा ग्राम पंचायत के अवधेश कुमार मौर्या ने शिकायत की थी. उन्होंने शौचालय निर्माण के नाम पर घोटाले का आरोप लगाया. लेकिन सम्बंधित अधिकारी उनकी शिकायत को गंभीरता से नही ले रहे थे. कार्रवाई की वजाय मामले को दबाने की कोशिश की जाती रही. बाद में अवधेश ने न्यायालय में याचिका दाखिल कर दी. तब जिला प्रशासन ने मामले की जांच करायी. शौचालयों के आवंटन की जांच में चौंकाने वाले मामले सामने आने लगे. इस दौरान 40 लोग ऐसे थे कि उन लोगों के नाम पर एक से अधिक शौचालय जारी किए गए थे. दस सरकारी कर्मचारियों को शौचालय आवंटित कर दिया गया था. मोतीलाल के बेटे अनिल कुमार के नाम दो-दो बार शौचालय दिया गया.
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स्पेलिंग बदलकर भी हुआ घोटाले का खेल
अबरार के नाम में स्पेलिंग बदलकर दो बार लाभ दिया गया. भरत लाल की पत्नी के नाम पर दो बार और भरत लाल के नाम पर एक बार शौचालय दिया दे दिया गया. इसी तरह अरुण कुमार की पत्नी के नाम पर तीन शौचालय दिये गये. जांच में ऐसे लोग भी मिले जिन्होंने खुद के खर्च पर अपना शौचालय बनवाया था। उनके नाम पर भी शौचालय जारी कर दिये गये और धन की बंदरबांट कर ली गई. ऐसे लोगों ने जांच अधिकारी के सामने बयान दिये. हालांकि इस घोटाले की चर्चा बारा ही नही आसपास के गांवों में काफी समय से थी. लेकिन अधिकारी संज्ञान नही ले रहे थे. चर्चा है कि ऐसे घोटाले कई गांवों में हुए हैं. अब इस मामले में बीडीओ सुजानगंज श्याम नारायण चतुर्वेदी का कहना है कि इस मामले में प्रधान व सचिव को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. डीएम के निर्देश पर कार्रवाई की जा रही है.