दिल्ली के संसद भवन में सेंध लगाने की साजिश का सीआरईएसएफ ने पर्दाफाश कर दिया है, जी हां, आज फर्जी आधार कार्ड दिखाकर संसद भवन में प्रवेश करने का प्रयास करने वाले तीन संदिग्ध युवकों को सीआईएसएफ ने गिरफ्तार कर लिया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार, कथित तौर पर फर्जी आधार का इस्तेमाल करके संसद भवन की हाई सिक्योरिटी को तोडकर प्रवेश करने वाले लोगों के बारे में जांच की जा रही है.
इस प्रकार से संसद में प्रवेश का कर रहे थे प्रयास
दिल्ली पुलिस ने बताया कि, आरोपियो की पहचान कासिम, मोनिस और शोएब के तौर पर हुई है. तीनों पर जालसाजी और धोखाधड़ी से संबंधित भारतीय दंड संहिता की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. बीते 4 जून को CISF ने तीनों को गिरफ्तार किया गया था. उन्हें पूछताछ के बाद दिल्ली पुलिस को सौंप दिया गया था. सूत्रों के अनुसार, 4 मई को दोपहर 1:30 बजे गेट नंबर 3 से खुद का फर्जी आधार कार्ड दिखाकर संसद भवन में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे.
जांच में जुटी पुलिस
दरअसल, बीते 4 जून को संसद भवन में फ्लैप गेट पर पास चेंकिंग के दौराम सीआईएसएफ कर्मियों ने तीन मजदूर कासिम, मोनिस और शोएब को फर्जी आधार कार्ड के साथ गिरफ्तार किया था. जिसमें वे फर्जी आधार कार्ड दिखाकर प्रवेश करने का प्रयास कर रहे थे. मामले की जांच में पता चला है कि, डीवी प्रोजेक्ट लिमिटेड ने उन्हें काम पर रखा था और आईजी 7 और एमपी लाउंज के निर्माण में लगे हुए थे. संसद मार्ग पुलिस स्टेशन में सभी तीन कर्मचारियों को अतिरिक्त जांच के लिए भेजा दिया है. दिल्ली पुलिस ने एफआईआर आईपीसी धारा 419/465/468/471/120B के तहत दर्ज किया गया है और जांच शुरू कर दी है.
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संसद की सुरक्षा में पहले भी लगी सेंध
संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने का यह कोई पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी इस तरह के प्रयास किए जा चुके है. बीते साल 2023 की 13 दिसंबर को संसद की सुरक्षा सेंधमारी की एक बड़ी घटना सामने आयी थी. जिसमें लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दो लोग दर्शक दीर्घा से सदन के भीतर कूद गए थे. इस घटना के दौरान दोनों ने केन से पीला धुआं छोड़ा था. इस घटना में नीलम आजाद और शिंदे ने इस दौरान संसद परिसर में नारे लगाए थे. वही इस मामले में कार्रवाई करते हुए 6 आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया था.