Varanasi : गिरफ्त में आए तीन अंतरराज्यीय ट्रक लुटेरे तीन फरार

0

वाराणसी के बड़ागांव थाने की पुलिस और एसओजी टीम ने शनिवार की देर रात तीन अंतरराज्यीय ट्रक लुटेरों को गिरफ्तार किया है. मौके से इनके तीन साथी फरार हो गए जिनकी तलाश में पुलिस टीम छापेमारी कर रही है. पकड़े गये बदमाशों के पास से 315 बोर का दो तमंचा और दो कारतूस, लूट के दस हजार 170 रूपये, घटना में प्रयुक्त एक ट्रक और मारूति स्विफ्ट डिजायर कार बरामद किया है.

प्रतापगढ़ और प्रयागराज के रहनेवाले हैं लुटेरे

गिरफ्त में आए लुचेरे प्रयागराज जिले के मऊआईमा थाना क्षेत्र के दुबाही गांव के सुनील यादव, प्रतापगढ़ जिले के देलहूपुर थाना क्षेत्र के कुल्हीपुर के समीर और मांधात थाना क्षेत्र के परशरामपुर के जैनुल आब्दीन हैं.

Also Rad : सत्ता से जुड़े हैं बीएचयू गैंगरेप के आरोपितों के तार

इस तरह मिली कामयाबी

थानाध्यक्ष राजकुमार पांडेय सहयोगियों के साथ रात्रि गश्त पर थे. इसीबीच उन्हें मुखबिर से सूचना मिली कि आधा दर्जन लुटेरे रिंग रोड फेज एक पर ईदिलपुर के पास ट्रक व कार के साथ मौजूद हैं. वे किसी ट्रक को लूटने की फिराक में हैं. थानाध्यक्ष ने सूचना देकर एसओजी टीम को बुला लिया. फिर पुलिस टीम ईदिलपुर पहुंची और घेराबंदी कर तीन बदमाशों को दबोच लिया. धर-पकड़ के दौरान इनके तीन साथी मौका पाकर भाग निकले. तलाशी में तीनों बदमाशों के पास से लूट के रूपये व दो असलहे मिले. इसके बाद पुलिस लुटेरों समेत उनके ट्रक और कार को थाने ले गई.

इन घटनाओं को दिया था अंजाम

थानाध्यक्ष ने बताया कि सुनील, समीर और जैनुल आब्दीन अंतरराज्यीय लुटेरे हैं. पिछले 17 दिसम्बर को इस गिरोह ने रिंग रोड फेज दो पर ट्रक चालक को मारपीट कर उसके 85 हजार रूपये और ट्रक लूट लिये थे. लूटा गया ट्रक इनके साथी और सगे भाई मसीज और आजाद लेकर भागे हैं. गिरोह में तीन दर्जन बदमाश शामिल हैं. यह गिरोह बिहार, प्रयागराज, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और यूपी के विभिन्न जिलों में वाहन लूट की कई घटनाओं को अंजाम दे चुका है.

गिरोह ऐसे देता है लूट की घटनाओं को अंजाम

गिरोह के कुछ लोग कार में सवार रहते और कुछ लोग आगे ट्रक लेकर चलते हैं. जिस ट्रक को लूटना होता है उसका पीछा कर लेते हैं. सूनसान स्थान पर अपने ट्रक से ओवरटेक कर शिकार को रोक लेते हैं. इसके बाद पीछे कार सवार बदमाश चालक व खलासी को आंतकित कर माल समेत ट्रक और नकदी आदि लूट कर भाग जाते हैं. ट्रक लूटने के लिए कभी-कभी यह पुलिस अधिकारी या आरटीओ विभाग के कर्मचारी बनकर वारदात को अंजाम देते हैं सुनील, समीर और जैनुल आब्दीन ने पुलिस को बताया कि रिंग रोड फेज एक पर 17 दिसम्बर को ट्रक लूट को छह लोगों ने अंजाम दिया था. प्रयागराज के मऊआईमा के रहनेवाले सगे भाई मसीद व आजाद ने हम लोगों को ट्रक लूटने के लिए बुलाया. हम लोग स्वीफ्ट कार से सोरांव प्रयागराज आये. मसीद व आजाद ने बताया कि तुम छह लोग रिंग रोड पर जाओ जहां काफी सूनसान रहता है. वहीं ट्रक ड्राइवर ट्रक खडा करके सोते हैं. मौका देखकर ट्रक लूट कर ले आना. इसके बाद हम दोनों भाई दूसरे दिन सुबह मऊआईमा में मिलेगे. फिर हम लोग ट्रक को ठिकाने लगा देंगे. इस पर हम छह लोग स्वीफ्ट कार से बनारस के लिये चल दिये. कार जैनुल आब्द्दीन चला रहा था.

एनएचआई वाला बनकर लूट लिया

हम लोग रिंग रोड हरहुआ के पास आये और कुछ समय तक रेकी किये. देखे कि एक ड्राइवर रिंग रोड के किनारे ट्रक खडा करके गहरी निद्रा में सो रहा था. उसके बाद हम लोग ट्रक ड्राइवर से बोले की गेट खोलो हम लोग एनएचआई वाले हैं. आगे एक ट्रक खराब हो गई है, उसी के लिए मदद लेनी है. ट्रक ड्राइवर ने गेट खोला तो सुनील यादव, समीर, सबीउद्दीन व गुफरान ट्रक के अन्दर ड्राइवर के पास गये. ड्राइवर को सुनील ने तमंचा सट्टा दिया और समीर, सबीउद्दीन व गुफरान ने ड्राइवर का हाथ, पैर व मुंह गमछे से बांध दिये. ड्राइवर के जेब से 85 हजार रुपये ले लिये और सुनील ड्राइवर सीट पर चला गया. ट्रक को स्टार्ट कर हमलोग चल दिये. कुछ दूर जाने पर लूट की घटना को अंजाम दिये. थोडी देर में कार से जैनुल व दिलसाद आये. फिर हम लोगों ने ट्रक रोककर ट्रक से ड्राइवर को उतार कर कार में बैठा लिया. साथ में सबीबुद्दीन भी उतर कर कार में बैठ गया. कार एक गांव की तरफ ले गये और वहीं रोड के किनारे खेत में ड्राइवर को हाथ, मुंह, पैर गमछे से बंधे फेंक दिये. फिर हम लोग वहां से छपाईबाग मऊआईमा पहुंचे. े थोडी देर बाद ही लूटी गई ट्रक को सुनील यादव चलाकर समीर व गुफरान के साथ आ गया. हम छह लोगों ने लूट के रुपयो का बटवारा किया। मसीद व आजाद को सूचना देकर बुलाया और ट्रक की चाभी मसीद को सौप दी और चले गये. अब मसीद और आजाद ही बता पायेंगे कि लूट की ट्रक कहा है. जिस ट्रक का हम लूट में इस्तेमाल करते हैं वह गिरोह के सक्रिय सदस्य आजाद का है. वह कई बार आपने भाई मसीद व दिलबहार के साथ जेल भी जा चुका है. हमलोगों को उसने ट्रक इसलिए दिया था कि सूनसान जगह पर किसी ट्रक के पास सटाकर अपना ट्रक खडा करके ट्रक लूट की घटना को असानी से अंजाम दे सकें. हम लोग अपनी ट्रक को लूट की घटना कारित करते समय स्टार्ट करके रखते है, ताकि आस पास से गुजरने वाले लोगो को भनक न लग सके.

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More