डिंपल यादव से जुड़ी वो बातें जो शायद आप नहीं जानते…

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सादगी ऐसी कि किसी को भी दीवाना बना दे..जब मंच पर बोलती हैं तो लाखों लोग दिलों को थाम कर सुनते हैं। समाजवादी पार्टी का वो चेहरा जिसे देखने के लिए हुजूम सा उमड़ पड़ता है। हम बात कर रहे हैं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी और कन्नौज से सांसद डिंपल यादव की। लोग डिंपल यादव की एक झलक पाने के लिए आतुर रहते हैं। डिपंल यादव आज सपा का वो चेहरा बन चुकी हैं जिसे कोई भुला नहीं पाएगा।

आखिर क्या है वजह …

डिंपल शादीशुदा होने के बाद भी न गले में मंगलसूत्र पहनती हैं और न ही माथे पर बिंदी लगाती हैं। वह ऐसा क्यों करती हैं यह आज हम आपको बताएंगे। आपने अगर ध्यान दिया हो तो देखा होगा कि डिंपल यादव अपने पहनावे पर बहुत ध्यान देती हैं और कुछ ख़ास जगहों पर वो अपनी बिंदी और मंगलसूत्र के बिना नज़र आती हैं, तो कहीं मंगलसूत्र और बिंदी के साथ।

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सोशल मीडिया पर फैली खबरों के मुताबिक डिंपल यादव जब भी मुस्लिम बहुल इलाकों का दौरा करती थीं तब वो कई मौकों पर अपने गले से मंगलसूत्र और माथे से बिंदी हटा लेती थीं। जब डिंपल यादव हिन्दू बहुल इलाकों में जाती हैं तो हिन्दू महिलाओं की तरह बिंदी और मंगलसूत्र पहन लेतीं, ताकि हिन्दू समुदाय के लोग भी उनको वोट डालें। वैसे अगर इन सब खबरों को मानें तो डिंपल यादव ये सब इसलिए करती हैं क्योंकि वो सोचती हैं कि इससे सपा का वोट बैंक बढ़ेगा। इस वीडियो में आपको दिख जाएगा कि कैसे डिंपल यादव बिना मंगलसूत्र और बिंदी के लोकसभा में पहुंच गयीं थीं। उनकी स्पीच तो लोग वैसे ही नहीं समझते लेकिन सुहागन होते हुए भी वो जिस रूप में यहां दिखीं उसे लोग बिलकुल नहीं समझ पाए।

ऐेसे हुई थी डिंपल और अखिलेश की मुलाकात

डिंपल यादव और अखिलेश यादव एक ही कालेज में पढ़ते थे। जब अखिलेश की मुलाकात डिंपल से हुई थी, उस वक्त अखिलेश सिर्फ 25 साल और डिंपल 21 साल की थीं। दोनों अपनी-अपनी कॉलेज लाइफ जी रहे थे। डिम्पल लखनऊ यूनिवर्सिटी से कॉमर्स की पढ़ाई कर रही थीं। वहीं, अखिलेश ऑस्ट्रेलिया से एन्वॉयरमेंट इंजीनियरिंग में मास्टर्स की डिग्री लेकर लौटे थे। डिंपल और अखिलेश के तीन बच्‍चे अदिति, अर्जुन और टीना हैं। इनमें अर्जुन और टीना जुड़वां हैं।

जुदा हैं दोनों के शौक

डिंपल और अखिलेश के स्वभाव और शौक बिल्कुल जुदा हैं। डिंपल स्वभाव से बिल्कुल शांत है। उन्हें पढ़ाई के अलावा घुड़सवारी का भी शौक है। वहीं, हमेशा कुछ नया जानने को उत्सुक अखिलेश फुटबॉल प्रेमी हैं और अमेरिकन रॉक बैंड मैटालिका के क्रेजी थे।

शादी के बाद खुला अखिलेश का भाग्य

अखिलेश खुले तौर पर यह बात मानते हैं कि उनका भाग्य डिंपल यादव से शादी के बाद खुला है। नवंबर, 1999 में उनकी शादी हुई और फरवरी 2000 में सांसद चुने गए। वह सबसे कम उम्र के सांसद थे। उसके बाद अखिलेश का राजनैतिक ग्राफ लगातार उठता चला गया, किस्मत ऐसी खुली कि सीएम के पद तक पहुंच गए। आज आलम यह है कि लोग उन्हें प्रदेश ही नहीं बल्कि देश का नेता मानने लगे हैं।

अब भी बरकरार है रिश्ते की ताजगी

अखिलेश और डिंपल की मोहब्बत शादी के बाद भी उसी रौ में नजर आती है। एक अर्धांगिनी का पूरा कर्तव्य निभाते हुए डिंपल हमेशा अखिलेश के साथ ही खड़ी नजर आईं। डिंपल अक्सर अखिलेश के कार्यक्रमों में शिरकत तो करती ही हैं इसके अलावा पारिवारिक लड़ाई के दौरान भी वे अपने पति के साथ मजबूती से डटी रहीं। अखिलेश के चुनावी कैंपेन पर भी डिंपल बारीकी से नजर रखती रही हैं। अखिलेश के विकास रथ में भी डिंपल ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया था।

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