ये हैं भारत की वो पांच जगहें, जहां भारतीयों के लिए है ‘नो एंट्री’

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भारतीय संविधान द्वारा दिए गए मानवाधिकारों की मानें तो भारत में कोई भी कहीं भी रह सकता है, कहीं भी जा सकता है, कुछ भी कर सकता है। यही नहीं, भारत में कानून सबके लिए है। मंदिर सबके लिए है। मस्जिद सबके लिए है। गुरुद्वारे सबके लिए है। रेस्टोरेंट सबके लिए है। होटल सबके लिए है। फिर भी हमारे देश में कुछ ऐसी जगहें भी हैं जहां भारतीयों के लिए नो एंट्री है।

इन जगहों पर है भारतीयों के लिए ‘नो एंट्री’

फ्री कसोल कैफे, कसोल: हिमाचल प्रदेश के कसोल में स्थित यह रेस्टोरेंट तब सुर्खियों में आया था जब यहां एक भारतीय महिला को घुसने से मना कर दिया गया था। इसके बाद सोशल मीडिया पर इस महिला का पोस्ट वायरल हो गया था। कसौल को मिनी इजरायल भी कहा जाता है क्योंकि यहां बड़ी तादाद में इजरायली लोग चिल करने आते है।

उनो-इन-होटल, बंगलोर: ये जापानियो का होटल था। जिसे ग्रेटर बंगलोर सिटी कॉर्पोरेशन ने रंगभेद के आरोप में बंद करा दिया। यहां भारतीयों को होटल में घुसने से रोकने की कई शिकायते आईं थी।

गोवा का ‘फॉरेनर्स ओनली’ बीच: गोवा के कई बीचों पर हिंदुस्तानियों का जाना मना है। यहां सिर्फ विदेशियों की ही एंट्री है और वो यहां स्वच्छंद होकर घूमते हैं।

पुड्डुचेरी का ‘फॉरेनर्स ओनली’ बीच: फ्रांसीसी मूल के लोगों की बहुतायत है इस केंद्र शासित राज्य में। भले ही हम इसे पांडिचेरी से पुड्डुचेरी बोलने लगे हों, पर यहां के ‘फॉरेनर्स ओनली’ बीच पर हिंदुस्तानियों का जाना मना है।

चेन्नई का अंजान होटल’: इस होटल का वाकई कोई नाम नहीं है। इसकी खबर भी स्थानीय अखबार ने दी थी, जिसमें सिर्फ विदेशी पासपोर्ट धारक लोग ही एंट्री कर सकते हैं। कुछ लोग इसकी पहचान ‘हाईलैंड होटल’के रूप में करते हैं, तो कुछ लोग पूर्व नवाब के घर‘ब्रोडलैंड लॉज’ के तौर पर इसकी पहचान करते हैं।

 

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