इस SDM ने तो सीएम योगी को दे डाली ये सलह…
अमेठी के इस एसडीएम ने तो यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को ही सलाह दे डाली। हम बात कर रहे है अमेठी के एसडीएम अशोक कुमार शुक्ला की। ये आये दिन अपने विवादों के चलते सुर्खिया बटोरते रहते है। इनके लिए ये कहना गलत न होगा कि अशोक कुमार और विवादों का चोली दामन का साथ है। अब ताजा मामला ये कि इन्होंने सीएम को ही सलाह दे डाली है। एसडीएम ने फेसबुक पर हाल ही में एक विवादित पोस्ट डाल कर सरकार को आइना दिखाने की कोशिश की है। आपको बता दे अधिकारियों की गाड़ी से लाल व नीली बत्ती हटाने का विरोध करने के साथ ही केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के साथ सेल्फी लेने की हिम्मत दिखा चुके अमेठी के एसडीएम एक कदम और आगे बढ़ गए हैं। उन्होंने भी अपना नाम फेसबुक पर उत्तर प्रदेश सरकार को आईना दिखाने वाले चर्चित अधिकारियों में शुमार करा लिया है। अमेठी में एसडीएम तिलोई के पद पर तैनात अधिकारी डॉ. अशोक कुमार शुक्ला ने फेसबुक पर अपना दर्द बयां करने के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को आईना दिखाया है।
लगातार हो रहीं बैठको से बीमार हो रहे है अधिकारी
पीसीएस अधिकारी तथा अमेठी में एसडीएम के पद पर तैनात एसडीएम तिलोई ने फेसबुक पर विवादित पोस्ट डाला है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर सवाल उठाया है। उनकी शिकायत है कि लगातार मीटिंग के नाम पर जिले तथा प्रदेश के अधिकारियों का उत्पीडऩ हो रहा है। उनका कहना है कि घंटों मीटिंग के कारण अधिकांश अधिकारी बीमार हो रहे हैं। एसडीएम ने अपने पोस्ट में लिखा ”कल मीटिंग के नाम पर दोपहर दो बजे से रात 12: 40 बजे तक बैठा रहा।
सरकारी कर्मचारी को देर रात तक करना पड़ रहा है काम
योगी जी आपके अधिकतर अधिकारी बीमार होते जा रहे हैं। अमेठी में तिलोई एसडीएम ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर प्रदेश की योगी सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है, जिसके बाद बवाल शुरू हो गया है। तिलोई एसडीएम अशोक शुक्ला ने पोस्ट में लिखा की दोपहर 2 बजे से रात 12 बजे तक मीटिंग होती है। जिस कारण अधिकारी बीमार होते जा रहे हैं। बवाल बढ़ने के बाद डीएम भी मैदान में कूद पड़ी और और अपने ही एसडीएम पर आरोप लगाने लगीं। उन्होंने कहा कि सरकारी कर्मचारी को देर रात तक काम करना पड़ता है, इन्हें भी काम के लिए रोका गया था। डीएम शकुंतला गौतम ने अपने ही एसडीएम पर सवाल उठाना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को काम के सिलसिले में रुकना ही पड़ता है।तिलोई एसडीएम समेत कई अधिकारियों के खिलाफ काम में लापरवाही के कारण प्रतिकूल प्रविष्टि जारी की गई थी।
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इसी कारण वह नाराज थे, लिहाजा उन्होंने सोशल मीडिया पर ऐसा पोस्ट किया। डीएम ने कहा कि ये बिल्कुल ही गलत है। सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को ऐसा नही करना चाहिए। तिलोई एसडीएम को मीटिंग के बाद 10.30 बजे तक माननीय उच्च न्यायालय के प्रकरण में रोका गया था और इनसे अभिलेख मंगाए गए थे।अगर जिला प्रशासन के पास काम है तो काम को देर रात करना पड़ता है। इससे पहले केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने अमेठी के तिलोई में 69 करोड़ 72 लाख की लागत से तिलोई में बन रहे अस्पताल का जायजा लिया था। इस दौरान किसान रामसनेही पासी ने अस्पताल में जा रही एक बीघा तीन बिस्वा जमीन के बदले दूसरी जमीन न मिलने की शिकायत की।
…लगता है तुम्हें यहां से हटवाना पड़ेगा
इस पर स्मृति ईरानी ने एसडीएम डॉ. अशोक शुक्ला से जब इस बाबत पूछताछ की तो वे बगले झांकने लगे। इस पर मंत्री ने एसडीएम को फटकार लगाई और तत्काल दूसरी जमीन किसान को उपलब्ध कराने की बात कही। इससे पहले केंद्रीय मंत्री तिलोई में विधायक निवास राजभवन में केंद्रीय कार्यकर्ताओं से मिलने पहुंची थी। इसी दौरान क्षेत्रीय विधायक ने मंत्री से तिलोई एसडीएम डॉ. अशोक शुक्ला का परिचय कराया। इस पर एसडीएम ने मंत्री से सेल्फी लेने की बात कही। इस पर स्मृति ईरानी ने कहा कि लगता है तुम्हें यहां से हटवाना पड़ेगा।
इस पर एसडीएम का जवाब था कि मैडम जहां आप भेेजेंगी, वहीं आप की सेवा करूंगा। यह मामला चर्चा का विषय बना रहा। इससे पहले भी डॉ. अशोक शुक्ला राज्य व केंद्र सरकार के अधिकारियों की गाड़ी से लाल व नीली बत्ती हटाने के फैसले का विरोध करने के कारण चर्चा में आए थे। एसडीएम तिलोई ने सरकारों से पुनर्विचार की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि लोग लाल व नीली बत्ती हासिल करने के लिए इलाहाबाद, दिल्ली व लखनऊ का चक्कर लगाते हैं। यह किसी की दी गई नहीं है बल्कि हासिल की गई है। लाल व नीली बत्ती प्रतिष्ठा का प्रतीक है।
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