काशी में दुनिया का इकलौता अरबों पूंजी वाला है यह बैंक

काशी में दुनिया का इकलौता और अनूठा राम रमापति बैंक

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काशी में दुनिया का इकलौता अरबों पूंजी वाला है यह बैंक

क्या आप जानते हैं कि धर्म व संस्कृति की नगरी काशी में दुनिया का इकलौता और अनूठा राम रमापति बैंक है? इस बैंक से धन नहीं, बल्कि राम नाम का ऋृण मिलता है. भक्तों को इसकी भरपाई भी करनी पडती है. इसी का नतीजा है कि इस रामनामी बैंक के पास पिछले 97 सालों में 19 अरब से अधिक राम नाम की हस्तलिखित पूंजी जुटाई जा चुकी है. आज 17 अप्रैल रामनवमी से लेकर अगले 10 दिनों तक बैंक में संचित हस्तलिखित राम नाम के दर्शन व परिक्रमा के लिए दूर दूर से श्रद्धालु यहां आते हैं. ऐसी मान्यता है कि यहां भक्तों की सभी मन्नदतें पूरी होती हैं. राम रमापति बैंक में पूरे साल कर्ज दिया जाता है. इसके लिए बैंक की ओर से कुछ रूल निर्धारित किए गए हैं.

मनचाही मुरादें पाने को लेते हैं कर्ज

श्रद्धालु अपनी मनचाही मुरादें पूरा करने को इस बैंक से राम नाम का लोन लेते हैं. इसके बाद 250 दिनों में उसे लौटाना भी होता है. 97 साल पुराने इस बैंक में ट्रांजेक्शन भगवान राम के नाम पर ही होता है. रामनवरी से 10 दिनों तक इस बैंक में श्रद्धालु राम नाम की इस जमा पूंजी का दर्शन करने पहुंचते हैं. इस बैंक में अब तक 19 अरब 45 करोड़ से ज्यादा हस्तलिखित राम नाम की पूंजी श्रद्धालुओं ने जमा किए हैं. पूरी दुनिया में यह इकलौता ऐसा बैंक है, जहां भगवान राम के नाम की इतनी बड़ी पूंजी जमा है.

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बाबा दरबार के पास है यह बैंक

राम रमापति बैंक काशी की हृदयस्थनली और श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के समीप है. बैंक का संचालन सरकार नहीं, बल्कि भगवान राम के भक्त ही करतें हैं. बैंक का संचालन करने वाले आकाश बताते हैं कि हर साल भक्तों की आस्था और विश्वास के कारण इस बैंक में रामनाम की पूंजी दिनों दिन बढ़ती जा रही है.
आकाश ने बताया कि अपनी मनोवांछित मनोकामना को पूरा करने के लिए श्रद्धालु यहां आते हैं. बैंक से अब तक हजारों लोगों की मुरादें पूरी हो चुकी हैं. इस बैंक से कर्ज लेते समय कुछ नियमों का पालन भी करना होता है. कर्ज लेने के साथ भक्तों को शपथ पत्र देना होता है. शपथ पत्र के मुताबिक, कर्ज लेने वाले श्रद्धालु को 8 महीने 10 दिन तक लगातार ब्रह्ममुहूर्त में 500 रामनाम का लेखन करना पड़ता है. इस दौरान भक्तों को सिर्फ सात्विक भोजन ही करना होता है. ऐसी मान्यता है जो 8 महीने 10 दिन इन नियमों का पालन करना है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.

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