सावधान ! दुनिया में हुई तीसरे विश्व युद्द की आहट…
नई दिल्ली: रूस और यूक्रेन युद्द के 100 दिन पूरे हो चुके है. लेकिन अब इस युद्द में परमाणु हथियारों के इस्तेमाल का खतरा मंडरा रहा है. जो कि तीसरे विश्व युद्द की आहट दे सकता है. अब आपके मन में यह सवाल होगा कि युद में परमाणु हथियार कैसे इस्तेमाल हो सकते है तो उसके इस्तेमाल के लिए कई कारण है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेन को अमेरिकी हथियारों से रूस के भीतर हमला करने की अनुमति दे दी है.जवाब में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी अपनी परमाणु नीति में बदलाव किया है.
तीसरा विश्व युद्द क्या?…
रूसी फेडरेशन की सिक्योरिटी काउंसिल में डिप्टी चेयरमैन और रूस के पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने कहा- रूस के नए परमाणु सिद्धांत का मतलब है कि हमारे ऊपर दागी गई नाटो मिसाइलों को रूस पर हमला माना जाएगा. रूस कीव और प्रमुख नाटो ठिकानों के खिलाफ, चाहे वे कहीं भी स्थित हों, WMD (परमाणु हथियार) से जवाबी कार्यवाही कर सकता है.
पुतिन ने बदली परमाणु हथियार के इस्तेमाल की नीति…
खबर आ रही है कि आज रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने पश्चिम और यूक्रेन को खुली चुनौती देते हुए एक डिकी पर साइन किया है. जिसमें दायरा तय किया गया है कि मास्को जिन हालातों में परमानी हथियारों का इस्तेमाल कर सकता है. पुतिन ने कहा है कि अगर कोई देश जिसके पास परमाणु शक्ति नहीं है, अगर वो किसी न्यूक्लियर पावर वाले देश के सपोर्ट से रूस पर हमला करता है तो इसे रूस के खिलाफ जंग का ऐलान समझा जाएगा.
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पुतिन ने क्यों किया नीति में बदलाव…
अब आपके मन में यह सवाल आ रहा होगा कि पुतिन ने इस नीति में बदलाव की मंजूरी क्यों दी. तो बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने राष्ट्रपति पद छोड़ने के पहले यूक्रेन को रूस के अंदर हमला करने के लिए अमेरिकी निर्मित हथियारों का इस्तेमाल करने की अनुमति दे दी है. इस फैसले के बाद अब यूक्रेनी सैनिक ATACMS का प्रयोग कर सकेंगें.
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बाइडेन का फैसला, तीसरे विश्व युद्द को बढ़ावा…
गौरतलब है कि आज से कई महीने पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने अपनी सेना को अमेरिकी हथियारों का इस्तेमाल करने की अनुमति देने का अनुरोध किया था. लेकिन अब बाइडेन के इस फैसले के बाद दोनों देशों के बीच युद्द और बढ़ेगा. रूस की संसद ने कहा कि यह तीसरे विश्व के लिए यह बहुत बड़ा कदम है. इससे पहले डोनाल्ड ट्रम्प जूनियर ने बाइडेन सरकार पर आरोप लगाया कि वह पिता के 20 जनवरी को शपथ लेने से पहले ही वर्ल्ड वॉर 3 शुरू करवाने के लिए वैश्विक स्तर पर तनाव बढ़ा रहे है.