शेयर बाजारों में भारी गिरावट
बीते सप्ताह शेयर बाजारों में भारी गिरावट दर्ज की गई और सेंसेक्स 32,000 और निफ्टी 10,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे गिरकर बंद हुआ। इस गिरावट के पीछे मुख्य रूप से उत्तरी कोरिया और अमेरिका बीच छिड़ी भूराजनैतिक तनाव का योगदान रहा। वहीं, बीते सप्ताह जारी व्यापक आर्थिक आंकडों में विभिन्न मोर्चो पर गिरावट का संकेत मिला है। साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स 1,111.62 अंकों या 3.43 फीसदी की गिरावट के साथ 31,213.59 पर तथा निफ्टी 355.60 अंकों या 3.53 फीसदी की गिरावट के साथ 9,710.80 पर बंद हुआ। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 4.6 फीसदी तथा स्मॉलकैप सूचकांक में 5.41 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।
बाजार में तेज गिरावट दर्ज की गई
सप्ताह के पहले कारोबारी दिन सोमवार को सेंसेक्स में 51.74 अंकों या 0.16 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई और यह 32,273.67 अंकों पर बंद हुआ। मंगलवार को सेंसेक्स 259.48 अंकों या 0.8 फीसदी की गिरावट के साथ 32,014.19 पर बंद हुआ।
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बुधवार को सेंसेक्स अंकों या फीसदी की गिरावट के साथ पर बंद हुआ। बुधवार को उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ने के कारण बाजार में तेज गिरावट दर्ज की गई और निफ्टी 70.50 अंकों या 0.71 फीसदी की गिरावट के साथ 9,908.05 पर बंद हुआ। गुरुवार को भी बाजार में गिरावट रही और सेंसेक्स 266.51 अंकों या 0.84 फीसदी की गिरावट के साथ 31,531.33 पर बंद हुआ। शुक्रवार को सेंसेक्स 317.74 अंकों या 1.01 फीसदी की गिरावट के साथ 31,213.59 पर बंद हुआ।
सप्ताह सेंसेक्स के तेजी वाले शेयरों में प्रमुख
इस सप्ताह सेंसेक्स के तेजी वाले शेयरों में प्रमुख रहे- विप्रो (0.21 फीसदी), इंफोसिस (0.24 फीसदी) और
टाटा स्टील (3.59 फीसदी)। वहीं, सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे- स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (8.12 फीसदी), एचडीएफसी बैंक (2.23 फीसदी), कोटक महिंद्रा बैंक (0.57 फीसदी), आईसीआईसीआई बैंक (3.06 फीसदी), एक्सिस बैंक (3.64 फीसदी), टीसीएस (1.14 फीसदी), मारुति सुजुकी इंडिया (4.19 फीसदी), महिंद्रा एंड महिंद्रा (5.07 फीसदी), बजाज ऑटो (3.05 फीसदी), हीरो मोटोकॉर्प (3.49 फीसदी), टाटा मोटर्स (13,95 फीसदी), सिप्ला (4.29 फीसदी), सन फार्मा (10.92 फीसदी), अडाणी पोर्ट्स (5.65 फीसदी), डॉ. रेड्डी (10.37 फीसदी), कोल इंडिया (5.36 फीसदी), ल्यूपिन (5.06 फीसदी) और एनटीपीसी (4.63 फीसदी)।
इस दौरान सरकार ने अपने आर्थिक सर्वेक्षण में चालू वित्त वर्ष में जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) की विकास दर 6.75-7.5 रहने का अनुमान लगाया है।
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