पांच वर्षों में वस्त्रों की कीमतों में आया उछाल, खादी भी पीछे नहीं
पांच वर्षों में वस्त्रों की कीमतों में आया उछाल, खादी भी पीछे नहीं
पिछले 5 वर्षों के दौरान वस्त्रों की कीमतों में काफी बढ़ोतरी हुई है. चाहे खादी के कपड़े हो या फिर ब्रांडेड इनकी कीमतों लगातार उछाल आया है. बावजूद इसके भी उल्लेखनीय बात यह है की 30 प्रतिशत तक दाम बढ़ने के बाद भी मल्टीनेशनल कंपनियों वाले ब्रांडेड कपड़ो के शोरूम जिस रफ़्तार से खुले हैं खादी जगत उसके आस पास तक भी नहीं पहुंच पाया है. ब्रांडेड कपड़ो की पसंद के साथ उनकी डिमांड में भी काफी वृद्धि हुई है.
एमएसएमई (MSME) सेक्टर में बनने वाले कपड़ों ने बनायी अलग पहचान
ब्रांडेड कंपनियों से लेकर देश के विभिन्न जिलों के एमएसएमई (MSME) सेक्टर में बनने वाले रेडीमेड कपड़े बाजारों में अपनी एक अलग पहचान बनाए हुए है और लोगों को अपनी तरफ खूब आकर्षित कर रहे हैं. वहीं अगर खादी वस्त्रों की बात करें तो वह सिर्फ एक ख़ास वर्ग तक ही सिमित है. खादी के कपडे ब्रांडेड कपड़ों के मुकाबले काफी कम बिक रहे हैं जिससे खादी के दुकानदार काफी परेशान हैं. 5 साल में खादी के कपडों की कीमत में 15 प्रतिशत तक वृद्धि हुई है. हालांकि चुनावी सीजन में खादी की डिमांड में इजाफा हुआ है.
उपभोक्ताओं के जेबों का बढ़ा बोझ
कीमतों में बढ़ोतरी के साथ ही आम उपभोक्ताओं कि जेबों पर भी काफी असर पड़ा है और उनकी जेबों पर बोझ बढ़ गए हैं. कंपनियां कपड़ों की क्वॉलिटी, डिज़ाइन में बदलाव करने के साथ ही ग्राहकों को अच्छे खासे ऑफर भी दे रही हैं. इसी क्रम में ग्राहकों को लुभाने और खादी और आकर्षित करने के लिए अब खादी शोरूम में भी ऑफर चल रहे हैं.
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खादी के कपड़ों पर मिल रहीं हैं 15 प्रतिशत की छूट
सामान्य रूप से गाँधी जयंती यानी की 2 अक्टूबर से 26 जनवरी के बीच खादी वस्त्रों पर 30 प्रतिशत तक की कि भारी छूट दी जाती है लेकिन ग्राहकों अपनी और लुभाने के लिए इन दिनों भी 15 प्रतिशत तक की छूट मिल रही है. खादी भंडार और गाँधी आश्रम भी अब शोरूम का रूप ले रहे हैं. वही रेडीमेड कपड़ों की कंपनियां साल भर कुछ न कुछ ऑफर देती रहती हैं. 5 साल में देश विदेश के बड़ी कंपनियों के शोरूम शहर के कई इलाकों में खुल गए हैं जैसे की दुर्गाकुंड , अर्दली बाजार , चेतगंज, पहाड़िया, महमूरगंज, पांडेयपुर, तेलियाबाग आदि.
बनारस में आ रहे हैं एमएसएमई (MSME) सेक्टर के कपड़े
बनारस में अब नए जिलों से एमएसएमई (MSME) सेक्टर में बने कपड़े आ रहे हैं. पहले मुंबई जैसे बड़े शहर में इसका दबदबा था लेकिन अब जयपुर,कानपूर, अहमदाबाद, इंदौर अमरावती , हाथरस ने जगह ले ली है.
Written By: Harsh Srivastava