इस गांव में कोर्ट या पुलिस नहीं, हनुमानजी करते हैं विवादों का फैसला
भगवान की पूजा-अर्चना केवल मनोकामनाएं पूरी करने के लिए नहीं बल्कि सही और गलत की पहचान करने के लिए भी की जाती है। इसी बात का जीवंत उदाहरण मौजूद है छत्तीसगढ़ में। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर के मगरपारा क्षेत्र में एक अनोखा हनुमान मंदिर है, जहां गांव का हर फैसला भगवान हनुमान खुद करते हैं।
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जहां शहर में पहले से ही उच्च न्यायालय होने के बावजूद भी ज्यादातर विवादों का निपटारा भगवान हनुमान के मंदिर में होता है। भगवान हनुमानजी सभी के दुखों को हरने वाला माने जाते हैं। वहां की पंचायत हनुमान जी को साक्षी मानकर फैसला करती है और लोगों को विश्वास है कि उस फैसले में हनुमानजी का आदेश होता है।
बजरंगी पंचायत मंदिर
बिलासपुर के इस क्षेत्र में एक ‘बजरंगी पंचायत’ नामक मंदिर है, जहां पिछले 80 साल से विवादों पर फैसलों के लिए हनुमानजी की शरण ली जाती है। किसी को, कैसी भी, कोई भी समस्या हो, वह उसका हल पाने के लिए बजरंगी पंचायत मंदिर में पहुंच जाता है।
हनुमानजी करते हैं फैसला
मंदिर के प्रमुख का कहना है कि मंदिर में आज भी अपने क्षेत्र से जुड़ी छोटी-बड़ी समस्याओं को लेकर लोग इकट्ठे होते हैं। यहां हर प्रकार की समस्या पर फैसले लिए जाते हैं।
दैनिक भास्कर
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