“मां दर्शन दो, की गुहार के बाद पुजारी ने त्याग दिया जीवन
माता के भक्त की दर्दनाक मौत ने सोचने पर विवश दिया है. वह माता को प्रकट करने के लिए इतना उत्सुक था कि उसने अपना जीवन भी दांव पर लगा दिया. लेकिन क्या यह उत्साह ही उसकी मौत का कारण बन गई ? आइए जानते हैं –
वाराणसी निवासी 40 वर्षीय पुजारी ने कथित तौर पर अपना गला काट लिया, जब वह 24 घंटे की निरंतर पूजा के बाद देवी काली को प्रकट नहीं कर सका.
पुजारी की मौत की कहानी
पुजारी अमित शर्मा ने मंगलवार की रात कोतवाली क्षेत्र में अपने किराए के घर में एक चाकू से अपना गला काट लिया. अमित अपनी पत्नी जूली और 10 वर्षीय बेटे के साथ रहता था.
“मां दर्शन दो” की गुहार
अमित ने देवी को प्रकट करने के लिए एक कमरे में खुद को बंद करके देवी की निरंतर पूजा की थी. वह बार-बार चिल्लाते रहा, “मां दर्शन दो”. जब वह देवी को नहीं देख पाया, तो उसने अपना ही गला काटकर आत्महत्या कर ली.
Also Read: वाराणसीः तीन अंतर्जनपदीय चोर साढ़े 11 लाख नकदी व आभूषण संग गिरफ्तार…
पुलिस की जांच
जानकारी पाकर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है. अमित अपनी आजीविका काशी विश्वनाथ धाम में दर्शन और पूजा करने वाले तीर्थयात्रियों को ले जाकर कमाता था. उधर सारी कहानी घर वालों से सुनकर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.